पुराने रंग में लौटी महबूबा मुफ्ती, आतंकी के परिवार से मिलकर दी पुलिसवालों को चेतावनी
आतंकी के परिवार से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुफ्ती ने कहा कि वह जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल इस मामले में कार्रवाई कर यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। उन्होंने कहा कि अगर आतंकियों के परिजनों के साथ ऐसी घटनाएं बंद नहीं हुई तो घाटी में आक्रोश फैलेगा।
नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती एक बार फिर से अपने पुराने ढर्रे पर लौट आई हैं। वह आज आतंकियों के परिवार से मुलाकात की। बता दें कि राज्य के पुलवामा स्थित पतिपोरा में कथित तौर पर आतंकी की बहन और भाई को पुलिस कस्टडी में पीटे जाने का मामला सामने आया है। दावा किया गया कि आतंकी के जीजा को भी पुलिस कस्टडी में मारा गया और उन्हें काफी चोट भी आई है। इसके बाद परिजनों से मिलने महबूबा मुफ्ती आज उनके घर पहुंची।
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आतंकी के परिवार से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुफ्ती ने कहा कि वह जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल इस मामले में कार्रवाई कर यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। उन्होंने कहा कि अगर आतंकियों के परिजनों के साथ ऐसी घटनाएं बंद नहीं हुई तो घाटी में आक्रोश फैलेगा।
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परिजनों से मुलाकात के दौरान मुफ्ती ने कहा कि दक्षिण कश्मीर में खून खराबा नहीं होने देंगे और न ही इसे युद्ध का मैदान बनने देंगे। अगर कोई आतंकी है तो उसकी बहन का क्या कसूर है? उसके साथ बहुत ज्यादती हुई है। पहले तो आप औरत को हाथ नहीं लगा सकते हैं। महिला पुलिस मौजूद होनी चाहिए। उसके पति और भाई को बहुत मारा है।'
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मुफ्ती ने कहा,'अगर आतंकी से आपका झगड़ा है तो उससे झगड़ा करें लेकिन उसकी बहन या रिश्तेदार के साथ यह नहीं चलेगा। यह हम होने नहीं देंगे। अगर ऐसा कोई दूसरा वाकया हुआ तो इसका नतीजा बहुत बुरा होगा। गौरतलब है कि मुफ्ती का यह दौरा दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ के बाद हुआ जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादी मारे गए हैं। इसमें से एक शख्स के पाकिस्तानी होने का भी शक है।