झारग्राम : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर प्रदेश में जनजातीय और अनुसूचित जाति समुदायों को गुमराह करने और इलेक्शन से पहले पैसे देकर उनके वोट खरीदने का प्रयास करने का आरोप लगाया। बीजेपी का नाम लिए बिना ममता ने कहा कि भगवा संगठन इलाके में अशांति फैलाने के लिए पड़ोसी राज्य झारखंड से बंगाल के जंगलमहल में नक्सलियों की घुसपैठ कराने की योजना बना रहे हैं। जंगलमहल राज्य का जंगलों से घिरा पश्चिमी जिला है।
आदिवासी दिवस के मौके पर झारग्राम में एक जनसभा में सीएम ने कहा, "यहां एक राजनीतिक दल है, जो चुनावों से पहले लोगों को गुमराह कर रहा है और प्रत्येक ग्रामीण को उनके वोट के बदले हजार रुपये देने की बात कह रहा है। उनका विश्वास मत कीजिए। वे आपको दो-तीन दिन पैसे देंगे और उसके बाद गायब हो जाएंगे।"
उन्होंने दावा किया, "हमने पिछले सात साल से इस क्षेत्र में किसी तरह के तनाव की स्थिति पैदा नहीं होने दी। हमने नक्सलियों को यहां संकट पैदा करने की इजाजत नहीं दी। लेकिन अब कुछ दल यहां झारखंड से नक्सलियों की घुसपैठ कराने में मदद कर रहे हैं। वे जंगलमहल में रक्तपात और हिंसा के दिनों को वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं।"
ममता ने झारग्राम के स्थानीय लोगों से नक्सलियों को अपने इलाके में प्रवेश न करने देने और नक्सलियों को प्रभावित करने वालों को रोकने का आग्रह किया।
मॉब लिंचिंग का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि बीजेपी की रुचि लोगों के कल्याण में नहीं है और वह हमेशा सांप्रदायिक रूप से लोगों को विभाजित करने की प्रयास करती रही है।
बनर्जी ने कहा, "हम हिंदुओं व मुसलमानों, सिखों व इसाईयों को विभाजित नहीं करते। दिल्ली पर काबिज भाजपा इन चीजों को करती है..वे लोगों के कल्याण में रुचि नहीं रखते। देखिए देश में कैसे दलितों, जनजातियों और अल्पसंख्यकों को पीट पीटकर जान से मारा जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "हम सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए शपथ लें। सांप्रदायिकता, कट्टरपंथ, घृणा, षड्यंत्र और प्रचार के लिए कोई जगह नहीं है।"
सीएम ने झारग्राम में नई यूनिवर्सिटी की आधारशिला भी रखी।