मंदसौर आंदोलन: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने माना, पुलिस फायरिंग में हुई किसानों की मौत
मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर हुई गोलीबारी के मामले में राज्य सरकार ने गुरुवार (08 जून) को यूटर्न ले लिया। राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने स्वीकार किया कि मंदसौर में पुलिस ने गोलीबारी की थी।
भोपाल: मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर हुई गोलीबारी के मामले में राज्य सरकार ने गुरुवार (08 जून) को यूटर्न ले लिया। राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने स्वीकार किया कि मंदसौर में पुलिस ने गोलीबारी की थी। जबकि इससे पहले गृहमंत्री से लेकर बीजेपी के बड़े नेता तक दावा करते रहे हैं कि किसान आंदोलन में असामाजिक तत्व और कांग्रेस के लोग घुस गए हैं।
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राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मंदसौर में किसानों की मौत पुलिस की गोली से हुई है। उन्होंने माना कि यह प्रशासन की असफलता है, इसीलिए डीएम और एसपी का तबादला किया गया है। उन्होंने साथ ही कहा कि कांग्रेस ने किसानों को भड़काने का काम किया है। अभी भी वह इसी काम में लगी है।
भूपेंद्र सिंह ने आगे कहा कि पांच दिनों तक किसानों का आंदोलन शांति से चलता रहा, मगर उसके बाद हिंसा हुई। मंगलवार की रात से ही मैं इस बात को स्वीकार रहा हूं कि किसानों की मौत पुलिस की गोलीबारी से हुई। मामले की न्यायिक जांच हो रही है उसके बाद सारे तथ्य सामने आ जाएंगे।
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यहां बताना लाजिमी होगा कि गृहमंत्री से लेकर तत्कालीन डीएम स्वतंत्र कुमार सिंह पुलिस की ओर से गोलीबारी की बात को नकारते रहे हैं। वहीं स्थानीय लोग बार-बार यही कहते रहे कि पुलिस ने गोली चलाई है।