Manipur Violence: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, तीन की मौत, बीजेपी में उठी अपने ही विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

Manipur Violence: इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 50 से अधिक जख्मी हो गए थे। दरअसल, मणिपुर में दोनों मैतेई और कुकी समुदायों के हथियारबंद लड़ाके एक दूसरे समुदाय के आबादी बहुल गांवों पर हमला कर हिंसा का तांडव मचाते हैं।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-09-12 14:24 IST

Manipur Violence (File Photo: Social Media)

Manipur Violence: जातीय हिंसा की आग में जल रहे पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में शांति के आसार नहीं लग रह रहे। मंगलवार सुबह एकबार फिर कांगपोकपी इलाके में हिंसा भड़क उठी। हथियारबंद हमलावरों ने सुबह साढ़े 8 बजे के करीब इरेंग और करम वैफेई गांव के बीच स्थानीय लोगों पर फायरिंग कर दी। इस हमले में तीन ग्रामीणों की मौत की खबर है। घटना के बाद इलाके में एकबार फिर मैतेई और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष की आशंका बढ़ गई है।

इससे पहले 8 सितंबर को भी एक ऐसी ही घटना सामने आई थी। अज्ञात हथियारबंद हमलावरों ने टेंग्नौपाल के पल्लेल में निहत्थे लोगों पर फायरिंग शुरू कर दी। इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 50 से अधिक जख्मी हो गए थे। दरअसल, मणिपुर में दोनों मैतेई और कुकी समुदायों के हथियारबंद लड़ाके एक दूसरे समुदाय के आबादी बहुल गांवों पर हमला कर हिंसा का तांडव मचाते हैं।

सत्ताधारी बीजेपी में मची खींचतान

मणिपुर में लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी करने वाली बीजेपी के लिए यहां जारी जातीय हिंसा राष्ट्रीय स्तर पर भी उसकी छवि को प्रभावित कर रही है। राज्य बीजेपी में भी मुख्यमंत्री बिरेन सिंह के नेतृत्व के खिलाफ असंतोष के स्वर लगातार सुनाई दे रहे हैं। खासकर बीजेपी के कुकी विधायक खुलेआम अपने ही सरकार के खिलाफ नाराजगी प्रकट कर चुके हैं। अब बीजेपी के ही मैतेई विधायकों ने इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

दरअसल, मणिपुर विधानसभा में कुकी समुदाय के 10 कुकी विधायक हैं, जिनमें से सात बीजेपी के, दो कुकी पीपुल्स अलायंस के और एक निर्दलीय विधायक है। इन सभी दस विधायकों ने राज्य में अलग प्रशासन की मांग की है। जिसका मैतेई बीजेपी विधायक विरोध कर रहे हैं। मंगलवार को 23 बीजेपी विधायकों ने एक प्रस्ताव पास कर अलग प्रशासन की मांग कर रहे कुकी विधायकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग

मणिपुर हिंसा के बाद बने सिविल सोसाइटी संगठन यूथ ऑफ मणिपुर ने सोमवार देर रात मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह से मुलाकात की। संगठन की ओर से राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की गई। साथ ही अलग प्रशासन की मांग कर रहे कुकी विधायकों के खिलाफ एक्शन लेने को भी मांग की।

मणिपुर में बीजेपी को कितनी सीटें ?

मणिपुर में सत्तारूढ़ बीजेपी के पास सर्वाधिक 37 सीटें हैं। जिनमें से सात कुकी विधायक हैं। वहीं, बात करें अन्य दलों की तो कांग्रेस के पास पांच और जदयू के पास एक सीट है। एनपीपी के पास सात और एनपीएफ के पास पांच विधायक हैं। ये दोनों पार्टियां राज्य में बीजेपी सरकार का समर्थन कर रही हैं। वहीं, कुकी पीपुल्स अलायंस के पास दो विधायक हैं। पार्टी ने बीते माह अगस्त में बीरेन सिंह सरकार से अपना समर्थन वापस लिया था। इसके अलावा राज्य में तीन निर्दलीय विधायक हैं, जिनमें से दो बीजेपी सरकार का समर्थन कर रहे हैं। ज्ञात हो कि मणिपुर विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 60 है।

3 मई से जारी है हिंसा

बता दें कि 3 मई से मणिपुर में बहुसंख्यक मैतेई और अल्पसंख्यक कुकी समुदाय के बीच जातीय संघर्ष चल रहा है। जिसमें अब तक 160 लोगों से अधिक की जानें जा चुकी हैं। जबकि सैंकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए हैं। हजारों मणिपुरी को अपने घरों से विस्थापित होना पड़ा है। 

Tags:    

Similar News