Manipur Viral Video Case: मणिपुर की घटना को लेकर कांग्रेस का बड़ा दावा, केंद्र और राज्य सरकार को सब कुछ पता था फिर भी दब

Manipur Viral Video Case: अंतरराष्ट्रीय मीडिया तक ने इस पर संज्ञान लिया है। चूंकि राज्य में बीजेपी की सरकार है, इसलिए विपक्ष ने सड़क से संसद तक मोर्चा खोल रखा है। अब इस मामले में कांग्रेस ने बड़ा दावा किया है।

Update:2023-07-22 12:52 IST
Congress Randeep Surjewala (photo: social media )

Manipur Viral Video Case: हिंसाग्रस्त पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी का शर्मनाक वीडियो सामने आने के बाद से बवाल मचा हुआ है। जाति के नाम पर महिलाओं के साथ की गई बर्बरता को लेकर देश में भारी आक्रोश है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया तक ने इस पर संज्ञान लिया है। चूंकि राज्य में बीजेपी की सरकार है, इसलिए विपक्ष ने सड़क से संसद तक मोर्चा खोल रखा है। अब इस मामले में कांग्रेस ने बड़ा दावा किया है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि मणिपुर में घटी इस शर्मनाक घटना की जानकारी केंद्र और राज्य सरकार के पास पहले से थीं। दोनों सरकारें पहले से जानती थीं कि ऐसी घटना हुई है, फिर भी दोनों ने चुप रहने का फैसला किया। बकौल सुरजेवाला वायरल वीडियो से केंद और राज्य की बिरेन सिंह सरकार पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है।

मोदी-शाह और मुख्यमंत्री को पहले से था पता

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि वायरल वीडियो में नजर आ रही घटना 4 मई की है। इस मामले में एफआईआर 18 मई को दर्ज की गई। वीडियो को 18-19 जुलाई को सामने आया। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को घटना के बारे में पहले से जानकारी थी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि उनकी आत्माओं को क्या हुआ ?

अब तक 4 लोग गिरफ्तार

मणिपुर पुलिस ने इंसानियत को शर्मसार कर देने वाले इस बेहद अमानवीय घटना में शामिल 4 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया है। चारों को कल यानी शुक्रवार 21 जुलाई को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है। इस मामले को लेकर अब राष्ट्रीय महिला आयोग भी एक्टिव हुई है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मणिपुर के मुख्य सचिव और डीजीपी से घटना को लेकर 4 दिन में विस्तृत रिपोर्ट की मांग की है।

इस्तीफा देने से सीएम ने किया इनकार

मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद से ही मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह निशाने पर हैं। विपक्षी दलों और कुकी संगठनों के अलावा उनकी जाति मैतेई का एक धड़ा भी उन्हें हटाने की मांग कर चुका है। इसके अलावा सत्तारूढ़ बीजेपी के सभी कुकी और कुछ मैतेई विधायक केंद्र से उन्हें पदमुक्त करने की मांग कर चुके हैं। ताजा घटना ने उनके खिलाफ आक्रोश को और बढ़ा दिया है। संसद में भी उनके नाम पर जमकर हंगामा हुआ लेकिन सीएम बीरेन सिंह ने साफ कर दिया कि वे इस्तीफा देने नहीं जा रहे। सिंह ने कहा कि उनका काम राज्य में शांति बहाल करना और यह सुनिश्चित करना है कि वायरल वीडियो में दिख रहे अपराधियों को कड़ी सजा मिले।

बता दें कि बीरेन सिंह के इस कॉन्फिडेंस की बड़ी वजह उनके पीछे आलाकमान का मजबूत सपोर्ट है। उनके पड़ोसी राज्य असम के मुख्यमंत्री और नेडा के संयोजक हिमंता बिस्वा सरमा से भी बहुत अच्छे संबंध हैं। सरमा और अमित शाह की करीबी जगजाहिर है। बताया जाता है कि इसलिए इतना कुछ होने के बावजूद मैतेई समुदाय से आने वाले बीरेन सिंह की कुर्सी बची हुई है।

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