'मन की बात' के 50 ऐपिसोड में बोले PM- जनता ने इस रेडियो कार्यक्रम को बनाया लोकप्रिय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (25 नवंबर) को 50वीं बार ‘मन की बात’ के जरिये देश को संबोधित किया। पीएम मोदी के इस रेडियो कार्यक्रम का आज विशेष अंक था क्योंकि यह 50वां एपिसोड था।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (25 नवंबर) को 50वीं बार ‘मन की बात’ के जरिये देश को संबोधित किया। पीएम मोदी के इस रेडियो कार्यक्रम का आज विशेष अंक था क्योंकि यह 50वां एपिसोड था। ‘मन की बात’ के 50 ऐपिसोड पूरे होने पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों को बधाई भी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस रेडियो प्रोग्राम में भले ही आवाज उनकी हो लेकिन भावनाएं जनता की हैं।
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पीएम मोदी ने अपने 50वें एपिसोड में गणतंत्र दिवस और गुरुनानक देव जयंती को लेकर कई अहम बातें की। पीएम ने कहा कि उन्होंने मन की बात 5 अक्टूबर 2014 को शुरू की थी। ऐसे में आज इसका गोल्डन जुबली ऐपिसोड है। वहीं, जनता द्वारा आए कई पत्रों का भी पीएम मोदी ने जवाब दिया। दरअसल, कुछ लोगों के सवाल थे कि आज के दौर में लोग रेडियो को भूल चुके हैं।
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ऐसे में मोदी जी ने अपने कार्यक्रम के लिए रेडियो जैसे लुप्त होते माध्यम को क्यों चुना। इसपर पीएम ने जवाब दिया कि एक बार वह हिमाचल प्रदेश गए थे। यहां वो एक चायवाले के पास चाय पीने को रुके। चाय वाले ने उन्हें चाय के अलावा शीशे के बर्तन से लड्डू निकालकर मीठा खिलाया। उसके लड्डू देने पर उन्होंने पूछा कि ये किस ख़ुशी में।
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इसपर चायवाले ने कहा कि भारत ने बम फोड़ दिया है। दरअसल, तब वह परमाणु परीक्षण का जिक्र कर रहा था, जिसकी सूचना उसे रेडियो से मिली थी। पीएम का कहने का मतलब ये है कि देशभर में आज भी रेडियो की पहुंच अख़बारों और टीवी से ज्यादा है। रेडियो से मिली खबर ने उस चायवाले पर प्रभाव छोड़ा था। ऐसे में कम्युनिकेशन की रीच की बराबरी रेडियो से नहीं की जा सकती।
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पीएम मोदी ने ये भी कहा कि हम सब ने मिलकर 50 ऐपिसोड का यह सफर पूरा किया किया है। आकाशवाणी ने भी इस दौरान उन्हें काफी सपोर्ट किया। आकाशवाणी ने इसपर सर्वे किया कि कितने लोग नियमित रूप से ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनते हैं, तो इसका जवाब ये आया कि 70 प्रतिशत लोग यह कार्यक्रम देखते हैं। यह कार्यक्रम रेडियो का लोकप्रिय कार्यक्रम है।