मनसुख हिरेनः तूल पकड़ता जा रहा है “आत्महत्या“ का मामला, ATS जांच जारी

मनसुख हिरेन जोकि मुकेश अंबानी के बंगले के पास मिली विस्फोटकों से भरी कार के मालिक थे, उनका शुक्रवार को समुद्र की खाड़ी में संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने के बाद मामला लगातार पेचीदा होता जा रहा है।

Update:2021-03-07 14:08 IST
मनसुख हिरेन मामले में भाजपा ने एनआईए से जांच की मांग तो दिग्गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी निष्पक्ष जांच की मांग की है।

रामकृष्ण वाजपेयी

नई दिल्ली: देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के आलीशान आवास एंटीलिया के निकट मिली विस्फोटकों से लगी कार के मालिक मनसुख हिरेन का शुक्रवार को समुद्र की खाड़ी में संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने के बाद मामला लगातार पेचीदा होता जा रहा है। हालांकि इस मामले की जांच एटीएस को सौंपी जा चुकी है लेकिन मामला थमने के बजाय लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा ने एनआईए से जांच की मांग तो दिग्गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी निष्पक्ष जांच की मांग की है। लेकिन असली सवाल यह है कि दो मार्च को मनसुख ने पुलिस उत्पीड़न की सीएम से जो शिकायत की थी वह चिठ्ठी अब तक कहां दबी थी। इस मामले में शिवसेना चौतरफा घिर गई है।

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प्रथम दृष्टया हत्या का मामला करार

पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया यही प्रतीत हो रहा है कि हिरेन ने आत्महत्या की है क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर पर किसी चोट के निशान नहीं मिले हैं, उसका बिसरा सुरक्षित करके फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है लेकिन परिवार वाले इससे संतुष्ट नहीं। इसके अलावा भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इसे प्रथम दृष्टया हत्या का मामला करार दिया है।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक ट्वीट करके कहा, Chronology को समझों ! मुम्बई में अँटेलिया के बाहर संदिग्ध गाड़ी के मामले की तारें काफ़ी पेचीदा और कई सारें गंभीर सवाल खड़े करनेवाली है ! हम माँग करते है इस घटना की जाँच NIA द्वारा हो!

फोटो-सोशल मीडिया

मामले की शुरुआत 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटकों से लदी स्कार्पियो के मिलने के बाद हुई थी यह कार मोटर पार्टस के कारोबारी मनसुख हिरेन की निकली थी। हिरेन ने बताया था कि यह कार 18 फरवरी को चोरी हो गई थी।

इसके बाद भी पुलिस एजेंसियां उससे पूछताछ करती रहीं। हिरेन मनसुख ने दो मार्च को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि उन्हें पुलिस और मीडिया द्वारा परेशान किया जा रहा है। मनसुख ने कहा था कि उन्होंने लिखा था कि मुझे परेशान किया जा रहा था।

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मनसुख का शव मिला

फोटो-सोशल मीडिया

बार-बार एक ही तरह का सवाल किया जा रहा था। मुझे परेशान किया जा रहा था जबकि मैं पहले ही बता चुका ता कि मेरी कार चोरी हुई थी। मुझे बिना बात परेशान किया जा रहा था। सवाल ये है कि अब तक ये चिठ्ठी कहां दबी थी जो उसकी मौत होते ही प्रकट हो गई।

मनसुख का शव घर से सात किलोमीटर दूर मिला था। वह घर से रात 8.30 बजे निकले थे इसके बाद जब वह अगले दिन दोपहर तक नहीं लौटे तो घर वालों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई। तब पता चला कि समुद्र की खाड़ी में मिला शव मनसुख का है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि मुंब्रा की समुद्र की खाड़ी में जब मनसुख का शव मिला तो उसके मुंह में पांच रुमाल ठुंसे हुए थे।

मनसुख हिरेन की पत्नी विमला का कहना है कि गुरुवार की रात मनसुख यह कहकर घर से निकले थे कांदीवली क्राइम ब्रांच के अधिकारी तावड़े ने उन्हें बात करने के लिए बुलाया है। वह बताई गई जगह पहुंचे तो तावड़े नहीं मिले इसके बाद से उनका मोबाइल फोन बंद हो गया। पत्नी को यकीन नहीं कि मनसुख आत्महत्या कर सकते हैं। उनके मित्रों ने कहा कि वह बहुत अच्छे तैराक थे।

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