मार्कंडेय काटजू बोले- मैं भी खाता हूं बीफ, मेरे सामने आओ ऐसा डंडा मारूंगा कि ...

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने सोशल मीडिया पर कई मुद्दों पर जोरदार हमला बोला है। काटजू ने बिहार में बाहुबली शहाबुद्दीन की रिहाई, बीफ पर बवाल मचाने वालों पर, हरियाणा के मेवात में बहनों से गैंगरेप समेत कई मुद्दों पर अपनी तीखी प्रतिक्रया व्यक्त की है। मार्कंडेय काटजू ने कहा कि उनके पास कावेरी के पानी में डुबोया हुआ डंडा रखा है जो बीफ पर बवाल मचाने वाले और असहाय लोगों पर अत्याचार करने वालों को पीटने के लिए बेचैन हो रहा है।

Update:2016-09-12 16:06 IST

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने सोशल मीडिया पर कई मुद्दों पर जोरदार हमला बोला है। काटजू ने बिहार में बाहुबली शहाबुद्दीन की रिहाई, बीफ पर बवाल मचाने वालों, हरियाणा के मेवात में बहनों से गैंगरेप समेत कई मुद्दों पर अपनी तीखी प्रतिक्रया व्यक्त की है। मार्कंडेय काटजू ने कहा कि उनके पास कावेरी के पानी में डुबोया हुआ डंडा रखा है जो बीफ पर बवाल मचाने वाले और असहाय लोगों पर अत्याचार करने वालों को पीटने के लिए बेचैन हो रहा है।

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काटजू ने हरियाणा के मेवात में बहनों से गैंगरेप की खबर पर लिखा कि हेल्पलेस वूमेन पर हमले क्‍यों ? तुम लोग महिलाओं पर हमला और अत्याचार कर अपनी मर्दानगी दिखाते हैं? मैं बीफ खाता हूं। मेरे पास आओ। मेरे पास एक डंडा है जो तुम्हारा इंतजार कर रहा है।



मार्कंडेय काटजू ने लिखा कि वो तमिल गुंडे मेरे सामने आएं जो तमिलनाडु में असहाय कन्‍नड़ों को पीटते हैं और वो कन्‍नड़ गुंडे भी मेरे सामने आएं जो कर्नाटक तमिलों को पीटते हैं। मेरे पास कावेरी के पानी में डुबोया हुआ डंडा रखा है जिससे मैं तुम लोगों को ऐसा पीटूंगा कि कभी भूलोगे नहीं।





शहाबुद्दीन मामले पर मार्कंडेय काटजू ने लिखा

काटजू ने लिखा ऐसा कहा जा रहा कि शहाबुद्दीन के जेल से छूटने के बाद बिहार में फिर से जंगल राज आ गया है लेकिन जंगल राज में गलत क्‍या है ? काटजू ने लिखा कि मैं भारत की वर्तमान व्‍यवस्‍था की बजाए जंगल राज में ही रहना पसंद करूंगा।

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काटजू ने लिखा कि आज भारत में बहुत बड़े स्तर पर तेजी से फैल रहे करप्शन, फ्रॉड, धोखेबाजी, हेरा-फेरी, कहा-सुनी, और इसके बेशर्म लुटेरों, डबल डीलरों, चालबाजों, ठग, बदमाशों, दुष्टों, चालाक ऑपरेटरों, चिकनी बातें करने वालों, धूर्त, खलनायक भर गए हैं।



काटजू ने लिखा कि उन्हें जंगलों से बहुत प्‍यार है और उन्होंने भारत के कई जंगलों का दौरा किया है। काटजू ने यह भी लिखा कि काश वह वहां हमेशा के लिए रह पाते। काटजू ने लिखा कि उन्हें इन ह्यूमन रेप्टाइल्स से ज्यादा जानवर नैतिक लगते हैं। काटजू ने लिखा कि रुडयार्ड किपलिंग की ‘द जंगल बुक’ बहुत पसंद है। काश वह मोगली, बघेरा (बाघ), भालू, शेर खान और पायथन के साथ रह पाते।

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