नई दिल्ली: राज्यसभा में शुक्रवार को एक बार फिर बीएसपी सुप्रीमो मायावती और एचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी के बीच तीखी तकरार हुई। मायावती ने स्मृति ईरानी को अपना सिर काटकर उनके चरणों में रखने की चुनौती दे डाली। उन्होंने कहा, ''रोहित मामले पर सरकार चुप्पी साधे हुए है। इस मामले में गठित कमेटी में एक भी दलित शामिल नहीं है। मैं आपके जवाब से संतुष्ट नहीं हूं। क्या आप अपना वादा निभाएंगी?''
इस पर स्मृति ईरानी ने कहा,''मैंने तो आपके कार्यकर्ताओं से कहा था कि आएं और सिर काट कर ले जाएं।''
लॉबी में मांगी थी मायावती?
-मायावती ने कहा, ''उस दिन मंत्री ने मुझसे लॉबी में आकर माफी मांगी और कहा कि आपने तो मुझे माफ कर दिया।''
- स्मृति ने कहा, ''अगर मैं बताऊंगी कि मायावती जी ने लॉबी में मुझसे क्या कहा था तो कई सारी बातें सामने आ जाएंगी...।''
स्मृति ने क्या कहा था?
-24 फरवरी को राज्यसभा में बहस के दौरान स्मृति ने मायावती के लगातार हंगामा करने के बाद कहा था कि मुझे जवाब देने दें।
-आप मुझसे वरिष्ठ हैं, महिला हैं, अगर आप मुझसे जवाब चाहती हैं तो मैं जवाब देने को तैयार हूं।
-अगर आपके कार्यकर्ता और नेता मेरे जवाब से असंतुष्ट हुए तो मैं आपके चरणों में सिर कलम कर रख दूंगी।
क्या है मामला?
-हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दलित स्टूडेंट रोहित वेमुला की मौत को लेकर विपक्ष स्मृति ईरानी से इस्तीफे की मांग कर रहा है।
-बुधवार को राज्यसभा में काफी हंगामे के बीच इस मुद्दे पर चर्चा हुई। एचआरडी मिनिस्टर ने आक्रामक तेवर में अपना बचाव किया।
-उन्होंने दावा किया किया सुसाइड केस की जांच कमिटी में दलित मेंबर भी था।
-कमिटी के सभी मेंबर वो लोग हैं जो यूपीए सरकार द्वारा अप्वाइंट किए गए थे।
महिषासुर जयंती के पोस्टर पर भी विवाद
-राज्यसभा में गुरुवार को जेएनयू विवाद और रोहित वेमुला सुसाइड केस पर बहस चल रही थी।
-इस दौरान स्मृति ईरानी ने जेएनयू में महिषासुर जयंती पर हुए एक प्रोग्राम का हवाला दिया।
-उन्होंने कहा कि जेएनयू में मां दुर्गा और महिषासुर के विषय में आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए थे।
-स्मृति इस पोस्टर के कंटेंट को पढ़कर सुनाने लगीं। इस पर लेफ्ट और विपक्षी मेंबर्स ने हंगामा शुरू कर दिया।
-कांग्रेस सहित दूसरी विपक्षी पार्टियां स्मृति पर मां दुर्गा के अपमान का आरोप लगाकर माफी मांगने को कह रही हैं।
स्मृति का जवाब
-विपक्ष के हंगामे पर स्मृति ने कहा कि मैं खुद दुर्गा की पूजा करती हूं।