माइक्रोसॉफ्ट आउटेज या फिर साइबर अटैक, CrowdStrike बोली- बग फिस्क, जानें भारत का हाल
Microsoft Outage: माइक्रोसॉफ्ट और कई दूसरे प्लेटफॉर्म्स को साइबर हमलों से बचने के लिए CrowdStrike साइबर सिक्योरिटी कंपनी का सहारा लेते हैं। CrowdStrike का एक नया अपडेट जारी किया है। इस अपडेट में कॉन्फिग्रेशन गलत हो गया, जिसकी वजह से Microsoft 365 यूजर्स पर असर पड़ रहा है।
Microsoft Outage: Microsoft 365 की सर्विसेस ठप होते ही कुछ घंटों के लिए मानों दुनिया ठहर गई हो। भारत सहित दुनिया के कई देशों के लोगों को मुश्किलों का सामना पर पड़ा रहा है। कई देशों की हवाई जहाज से लेकर ट्रेनें की सर्विसेस ठप पड़ गई हैं। मेट्रो सेवाएं से लेकर लंदन का स्टॉक मार्केट तक बंद हो गया। इस आटउरेज का सबसे बड़ा असर कहीं दिखाई दिया है तो वह एविएशन सेक्टर है। एक ही झटक में दुनिया भर की कई हजारों की संख्या में फ्लाइट्स सेवाएं प्रभावित हो गई हैं। हवाई जहाज से देश विदेश आने जाने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है। दुनिया भर के एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ जमा हो गई, लोग इधर-उधर भटक कर रहे हैं। भारत में भारी संख्या में हवाई कंपनियों की सैकड़ों से अधिक उड़ाने रद्द हो गई हैं। देश में लोगों की समस्या को देखते हुए भारत सरकार ने माइक्रोसॉफ्ट से संपर्क साधा तो वहीं, कई देशों की सरकारों ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है। इस आउटेज को माइक्रोसॉफ्ट जहां CrowdStrike का अपडेट बताया जा रहा है तो वहीं कुछ टेक एक्सपर्ट की माने तो यह साइबर अटैक बताया गया है। तो जानिए आखिर इसमें सच्चाई क्या है?
सुबह से होने लगी थी समस्या
माइक्रोसॉफ्ट और कई दूसरे प्लेटफॉर्म्स को साइबर हमलों से बचने के लिए CrowdStrike साइबर सिक्योरिटी कंपनी का सहारा लेते हैं। CrowdStrike का एक नया अपडेट जारी किया है। इस अपडेट में कॉन्फिग्रेशन गलत हो गया, जिसकी वजह से Microsoft 365 यूजर्स पर असर पड़ रहा है और दुनिया भर कई सेवाएं प्रभावित हुई हैं। यह दिक्कत शुक्रवार सुबह से दिखनी शुरू हो गई थी, लेकिन दोपहर 2.30 बजे का इसका व्यापक स्तर पर कई देशों में असर दिखाई देने लगा। Windows पर काम करने वाले लाखों सिस्मट पर ब्लू स्क्रीन या शटडाउन होने की दिक्कत आना शुरू हुई और दोपहर के बाद पूरी स्क्रीम बंद हो गई है, जिससे बैंकिंग, टेलीकॉम, मीडिया आउटलेट और एयरलाइंस जैसे सेवाएं प्रभावित हो गई हैं।
कंपनी के सीईओ ने बताई समस्या की वजह
CrowdStrike के CEO George Kurtz ने इस बारे में X पर पोस्ट लिखा है. उन्होंने लिखा है कि वे अपने कस्टमर्स के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. ये दिकक्त विंडोज होस्ट के लिए जारी एक अपडेट की वजह से हुई है. इसका असर मैक और Linux पर नहीं पड़ा है। ये कोई साइबर अटैक नहीं है।
साइबर अटैक या फिर टेक्निकल फॉल्ट
CrowdStrike के CEO भले ही यह मान रहे हों कि यह साइबर अटैक नहीं बल्कि साइबर एक्सपर्ट्स इस संभावना को इंनकार भी नहीं कर रहे हैं। डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक, टेक एक्सपर्ट जेक मूर ने कहा कि ये CrowdStrike का टेक्निकल फॉल्ट है, लेकिन साइबर अटैक की संभावना से उन्होंने इनका नहीं किया है। हालांकि सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी पोस्ट वायरल हो रही हैं, जो साइबर अटैक की ओर इशारा कर रही हैं, इतना ही नहीं कई एक्सपर्ट्स इस बात पर सहमत हैं कि यह एक प्रकार का साइबर अटैक हुआ है।
एक्सपर्ट्स की मांग मामले की हाई लेवल जांच
अभी जानकारी सामने आई है कि साइबर सुरक्षा फर्म क्राउडस्ट्राइक के सीईओ ने कहा कि वैश्विक आईटी आउटेज का कारण बनने वाले बग को फिक्स कर दिया गया है। वहीं, एक्सपर्ट्स इस मामले की हाई लेवल जांच करने की मांग कर रहे हैं, जिससे यह पता चल सके कि यह कोई गलती है या फिर किसी की साजिश है या फिर साइबर अटैक है।
ऐसा होता है अपडेट
हालांकि सवाल यह बड़ा है कि माइक्रोसॉफ़्ट ने क्राउडस्ट्राइक को बिना टेस्टिंग के इतने बड़े अपडेट वर्ल्ड वाइड पुश करने की इजाज़त कैसे दे दी? इसको भी पता है कि दुनिया पर भर कई सर्विसेज कंपनियों और लोगों को माइक्रोसॉफ़्ट सिस्टम का उपयोग करते हैं? दरअसल, कोई भी कंपनी जब किसी सिस्टम के लिए अपडेट जारी करती है तो पहले उसका ड्राई रन होता है। कुछ सिस्टम में अपडेट पुश होता है। इसके बाद यह देखा जाता है कि कोई समस्या तो नहीं हो रही है, नहीं होती है तो अपडेट पुश कर दिया जाता है, लेकिन जब इतना बड़ा अपडेट पुश किया जाता है, तो इसके कई चरण होते हैं, ताकि अगर कुछ समस्या आए तो इसे अधिक सेवाएं प्रभावित न हों, इस मामले में एक दम से ही अधिकांश सर्विसेज ठप हो गईं।
भारत में ये सेवाएं हुई प्रभावित, हवाई सेवाएं फिर शुरू
माइक्रोसॉफ़्ट आउटजे का असर अमेरिका, रूस, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, जापान सहित कई देशों के साथ भारत में भी व्यापक स्तऱ पर दिखाई दिया है, यहां पर अन्य देशों की मेट्रो, रेल,और मीडिया सेवाएं तो नहीं प्रभावित हुईं, लेकिन बैंकिंग और हवाई सेवाओं पर हाईलेवल पर इस असर पड़ा है। कई फ्लाइट कैंसिल हो गई हैं, जबकि कई हवाई सेवाएं लेट हुई हैं। यात्रियों कंपनियों हाथ से लिखकर बोर्डिंग पास तक जारी करना पड़ा है। मिली जानकारी मुताबिक, अपडेट पुश होने के बाद भारत के हवाई अड्डों पर लगी स्क्रीन्स फिर से शुरू हो गई हैं। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर लगी स्क्रीन्स पर जानकारी फिर से दिखने लगी है। संभावना है कि जल्दी सुचारू से हवाई सेवाएं शुरू हो जाएंगी।