Midnight's Children and India At 75: पराधीनता और आज़ादी के संक्रमण काल को दर्शाती एक किताब
Midnight's Children and India At 75: साल 1989 में उनके द्वारा लिखी गई किताब ‘द सैटेनिक वर्सेज’ ने दुनिया में ऐसा बवाल मचाया कि उन्हें अज्ञात स्थान पर जाकर छिपना पड़ा।
Midnight's Children: भारत में जन्मे ब्रिटिश राइटर सलमान रूश्दी इस समय अमेरिका की एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। शुक्रवार को हुए उनपर जानलेवा हमले के बाद से उनकी हालत काफी नाजुक बनी हुई है। रूश्दी के पीछे बीते तीन दशक से अधिक समय से मुस्लिम कट्टरपंथी पड़े थे। उन्हें एकबार आत्मघाती हमले के जरिए मौत की नींद सुलाने की कोशिश भी की गई, मगर वह बाल –बाल बच गए। साल 1989 में उनके द्वारा लिखी गई किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' (The Satanic Verses) ने दुनिया में ऐसा बवाल मचाया कि उन्हें अज्ञात स्थान पर जाकर छिपना पड़ा।
अपने इस विवादित रचना से तकरीबन आठ साल पहले सलमान रूश्दी ने एक ऐसी शानदार रचना की थी, जिसने उन्हें साहित्य जगत में स्थापित कर दिया था। साल 1981 में उनके द्वारा लिखी गई 'मिडनाइडट्स चिल्ड्रेन' (Midnight's Children) नामक उपन्यास ने उनकी जिंदगी ही बदल दी थी। रूश्दी दुनिया के जाने –माने लेखकों के क्लब में शुमार हो चुके थे। इसके लिए उन्हें बुकर प्राइज (booker prize) से भी सम्मानित किया गया था।
क्या थी 'मिडनाइडट्स चिल्ड्रेन' की कहानी ?
सलमान रूश्दी एक कश्मीरी मुस्लिम परिवार से आते हैं। उनका जन्म 19 जून 1947 को मुंबई में हुआ था, यानी उनकी पैदाइश देश को आजादी मिलने से करीब दो माह पूर्व की है। इसलिए उस दौरान के लोगों की तरह रूश्दी पर भी स्वतंत्रता और विभाजन का अच्छा प्रभाव था। अपनी विश्व प्रसिद्ध रचना 'मिडनाइडट्स चिल्ड्रेन' को भी उन्होंने इसी के ईद –गिर्द बुना है। इस किताब में दो ऐसे लड़कों की कहानी लिखी गई है जो 14 अगस्त 1947 की आधी रात को पैदा होते हैं।
दोनों का जन्म मुंबई के एक अस्पताल में होता है, जहां नर्स दोनों की अदला –बदली कर देती है। इसके बाद सलीम सिनई एक गरीब हिंदू महिला का नाजायज बेटा बन जाता है और शिवा एक अमीर मुस्लिम परिवार का बेटा बन जाता है। इसमें किताब में भारत का दूसरे देशों के साथ लड़ाई और फिर इमरेंजसी के समय के हालात तक का जिक्र किया गया है। ऐसे समय में जब देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। ये उपन्यास हमें 1947 से लेकर आपातकाल तक के इतिहास के बारे में जानने का मौका देता है।
छिपकर बनी थी फिल्म
सलमान रूश्दी के इस बेहतरीन रचना पर साल 2012 में 'मिडनाइडट्स चिल्ड्रेन' नाम की बॉलीवुड में फिल्म (bollywood movie midnight children) भी बनी थी। जिसे डायरेक्टर दीपा मेहता ने डायरेक्ट किया था। भारत में मुस्लिम कट्टरपंथियों के विरोध के डर से फिल्म की शूटिंग श्रीलंका की राजधानी कोलंबो (Capital Colombo) में की गई थी। इस फिल्म को बाद में कई अवार्ड्स भी मिले लेकिन इसी के साथ फिल्म का भारत में विरोध भी शुरू हो गया था। जिसके कारण फिल्म काफी कम थिएयटर्स में लग पाई और अधिक लोग इसे नहीं देख सके। इस फिल्म में अनुपम खेर, शबाना आजमी, रोनित रॉय, राहुल बोस और दर्शील सफारी जैसे कलाकारों ने काम किया था।