कोरोना मरीजों के लिए नया प्रोटोकॉल, स्वास्थ्य विभाग ने किया जारी, जानें नियम

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पोस्ट कोविड-19 मैनेजमेंट प्रोटोकॉल जारी किया है। प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना के मरीज ठीक होने के बाद जारी किए गए प्रोटोकॉल का पालन कर अपना हेल्थ सही रख सकते हैं।

Update:2020-09-13 10:43 IST
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक कोरोना के मरीजों को मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग किया जाना चाहिए। इसके अलावा, पीने के लिए गर्म पानी अधिक से अधिक का प्रयोग करें।

मुंबई : कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच देश में लाखों लोग इससे संक्रमित है तो लाखों ठीक भी हो चुके हैं। इसी बीच ये भी देखा जा रहा है कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद भी कई लोगों में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं आ रही हैं जिस कारण उनको फिर से अस्पताल में भर्ती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पोस्ट कोविड-19 मैनेजमेंट प्रोटोकॉल जारी किया है। प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना के मरीज ठीक होने के बाद जारी किए गए प्रोटोकॉल का पालन कर अपना हेल्थ सही रख सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक कोरोना के मरीजों को मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग किया जाना चाहिए। इसके अलावा, पीने के लिए गर्म पानी अधिक से अधिक का प्रयोग करें।

 

कोरोना वायरस के मामले भारत में बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। कोविड-19 से होने वाले बदतर हालात को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने 'पोस्ट कोविड-19 मैनेजमेंट प्रोटोकॉल' जारी किया है। संबंधित प्रोटोकॉल में मरीज की रिकवरी और कॉम्यूनिटी लेवल पर वायरस की रफ्तार को कम करने के तरीके बताए गए हैं। इसमें इम्यूनिटी बढ़ाने के भी कई खास नुस्खों के बारे में जानकारी दी गई है। घर में क्वारनटीन रहकर रिकवर होने वाले मरीजों के लिए प्रोटोकॉल में कई अहम बातें शामिल हैं। प्रोटोकॉल के मुताबिक, ऐसे मरीज मास्क, हाथों की सफाई और रेस्पिरेटरी हाइजीन का खास ख्याल रखें। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का गंभीरता से पालन करें और पर्याप्त मात्रा में गर्म पानी पीएं।

 

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आयुष मंत्रालय की दवाओं

इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय की दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि स्वास्थ्य अनुमति देता है तो नियमित रूप से घरेलू काम किया जाना चाहिए। ऑफिस का काम धीरे-धीरे शुरू करें। इस दौरान लोगों को हल्का-फुल्का व्यायाम (एक्सरसाइज) करने की भी सलाह दी गई है। इसके अलावा सेहत का ख्याल रखते हुए रोजाना योगासन, प्राणायाम और मेडिटेशन करें।

ब्रीदिंग एक्सरसाइज

फिजिशियन इसमें ब्रीदिंग एक्सरसाइज (श्वसन व्यायाम) की भी सलाह देते हैं। शारीरिक क्षमता के अनुसार रोजाना मॉर्निंग वॉक और इवनिंग वॉक पर जाएं। अपने पौष्टिक आहार को बैलेंस करें। पका हुआ और नरम खाना आसानी से पचाया जा सकता है। पर्याप्त नींद और आराम का भी विशेष ध्यान रखें। एल्कोहल या धूम्रपान का सेवन ना करें। घर में रहते हुए अपनी हेल्थ को अच्छे से मॉनिटर करें। खासतौर से शरीर का तापमान, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर (अगर डायबिटीज हो तो) और पल्स ऑक्सीमेट्री की जानकारी रखें।

सूखी खांसी और गले में खरास

सूखी खांसी और गले में खराश है तो नमक के पानी से गरारे करें और स्टीम लें. स्टीम लेने के लिए पानी में जड़ी बूटियों का भी इस्तेमाल करें। खांसी में डॉक्यर या आयुष मंत्रालय के क्वालीफाइड प्रैक्टिशनर की सलाह पर ही दवा लें। तेज बुखार, सांस में तकलीफ, छाती में दर्द और कमजोरी जैसे कोरोना के शुरुआती लक्षणों पर ध्यान दें। नए प्रोटोकॉल में इम्यूनिटी बढ़ाने के नुस्खे भी बताए गए हैं। इसके लिए आयुष मंत्रालय की दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं. एक कप में रोजोना आयुष क्वाथ मिलाकर पीएं। दिन में दो बार 1-1 ग्राम संशमनी वटी ले सकते हैं। 1-3 ग्राम गिलोय पाउडर निवाय पानी में मिलाकर 15 दिन पीएं. दिन में 1 ग्राम अश्वगंधा या 1-3 ग्राम अश्वगंधा पाउडर दिन में दो बार 15 दिन तक ले सकते हैं।

 

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सुबह-शाम गर्म दूध

सूखी खांसी होने पर 1-3 ग्राम मुलेठी पाउडर निवाय पानी के साथ दिन में दो बार लें। सुबह-शाम गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीएं। खांसी में आराम के लिए पानी में हल्दी और नमक मिलाएं। रोजाना सुबह एक चम्मच (5 मिलीग्राम) च्यवनप्राश का सेवन करें। रिकवर होने के बाद सोशल मीडिया, धार्मिक गुरुओं, समुदाय के नेताओं द्वारा अपना सकारात्मक अनुभव दोस्तों और रिश्तेदारों संग साझा करें और अफवाहों को दूर कर लोगों को जागरुक बनाएं। सेल्फ हेल्प ग्रुप्स, सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशन और क्वालीफाइड प्रोफेशनल्स की मदद को आगे आएं। योग और मेडिटेशन के ग्रुप सेशन में हिस्सा लें। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का ख्याल रखें।

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