Mission 2024: झारखंड में भी सीट बंटवारे का मामला फंसा, झामुमो का सात सीटों पर दावा, कांग्रेस पांच से अधिक देने को तैयार नहीं

Mission 2024: झामुमो ने कांग्रेस नेतृत्व से मांग की है कि 2024 की सियासी जंग के दौरान उसे राजमहल, दुमका, चाईबासा, जमशेदपुर, लोहरदगा, कोडरमा और गिरिडीह सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका दिया जाना चाहिए।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-01-14 06:25 GMT

Mission 2024: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में अन्य राज्यों की तरह झारखंड में भी सीट बंटवारे को लेकर बड़ा पेंच फ॔स गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से राज्य की सात लोकसभा सीटों पर दावा किया गया है जबकि कांग्रेस झामुमो को राज्य की पांच से अधिक सीटें देने के लिए तैयार नहीं है। राजधानी दिल्ली में दोनों दलों के नेताओं की बैठक में इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की गई मगर कोई नतीजा नहीं निकल सका। झामुमो की ओर से इस बार दो नई सीटों पर दावेदारी की गई है जिन्हें देने के लिए कांग्रेस तैयार नहीं दिख रही है।

झामुमो का इस बार दो नई सीटों पर दावा

दिल्ली में दोनों दलों के महत्वपूर्ण नेताओं की बैठक के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सात लोकसभा सीटों पर दावेदारी पेश की। झामुमो ने इनमें से पांच सीटों पर पिछली बार भी चुनाव लड़ा था मगर इस बार पार्टी की ओर से इस बार चाईबासा और लोहरदगा लोकसभा सीटों की भी मांग की गई है। झामुमो ने कांग्रेस नेतृत्व से मांग की है कि 2024 की सियासी जंग के दौरान उसे राजमहल, दुमका, चाईबासा, जमशेदपुर, लोहरदगा, कोडरमा और गिरिडीह सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका दिया जाना चाहिए।

कांग्रेस इन सीटों पर दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं

झामुमो की ओर से इस बार चाईबासा सीट की भी मांग की गई है। इस सीट पर पिछले चुनाव में कांग्रेस की गीता कोड़ा ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान झारखंड में सिर्फ इसी सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी। झामुमो की ओर से लोहरदगा सीट पर भी दावेदारी की गई है जिस पर पिछले चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी को कड़े मुकाबले में दस हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस इन दोनों सीटों पर अपनी दावेदारी छोडने के लिए तैयार नहीं है। पार्टी की ओर से झामुमो को सिर्फ पांच सीटें देने का प्रस्ताव किया गया है।

राजद और लेफ्ट को मिल सकती हैं इतनी सीटें

विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में राजद और वामपंथी दलों को एक-एक सीट दिए जाने पर सहमति जताई गई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि राजद को पलामू लोकसभा सीट दी जा सकती है जबकि वामपंथी दलों को कोडरमा सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने का मौका दिया जा सकता है। झारखंड में इन दिनों हेमंत सोरेन की अगुवाई में गठबंधन की सरकार सत्ता पर काबिज है और माना जा रहा है कि इसीलिए गठबंधन में शामिल इन दोनों को एक-एक सीट देने की पेशकश की गई है।

झारखंड में लोकसभा की कुल 14 सीटें हैं और असली पेंच कांग्रेस और झामुमो के बीच फंसा हुआ है। दोनों दलों की ओर से सात-सात सीटों की दावे पर दावेदारी की जा रही है। दोनों दलों के अपने रुख पर अड़े रहने के कारण इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान सीट बंटवारे पर कोई आखिरी फैसला नहीं लिया जा सका।

दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने किया मंथन

झारखंड में सीट बंटवारे के लिए हुई इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह मंत्री झारखंड सरकार चम्पाई सोरेन, केंद्रीय महासचिव सह सदस्य, राज्य समन्वय समिति (दर्जा प्राप्त मंत्री) विनोद कुमार पांडेय, केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, केंद्रीय महासचिव व विधायक सुदिव्य कुमार सोनू मौजूद थे। कांग्रेस की ओर से इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मुकुल वासनिक, सलमान खुर्शीद, अशोक गहलौत एवं मोहन प्रकाश ने हिस्सा लिया। सियासी जानकारी का कहना है कि अब यह देखने वाली बात होगी कि दो सीटों को लेकर हो रही खींचतान के मुद्दे को कैसे सुलझाया जाता है।

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