Modi Cabinet: कैबिनेट मंत्री पद को लेकर NCP के दो नेताओं में छिड़ी जंग, भाजपा ने बताया पार्टी का अंदरूनी मामला
Modi Cabinet : मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री पद को लेकर एनसीपी के अजित पवार गुट में घमासान छिड़ गया है। पहले कैबिनेट मंत्री पद को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल का नाम तय माना जा रहा था मगर पार्टी के सांसद सुनील तटकरे ने इस पर तीखी आपत्ति जताते हुए मोर्चा खोल दिया है। सुनील तटकरे दो बार के सांसद और चार बार के विधायक हैं और मौजूदा समय में महाराष्ट्र में एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। ऐसे में उनकी दावेदारी को नकारना अजित पवार के लिए भी मुश्किल हो गया है।
प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे की दावेदारी
दरअसल महाराष्ट्र में इस बार के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने ताकत दिखाते हुए सत्तारूढ़ एनडीए को काफी पीछे छोड़ दिया है। अजित पवार की पार्टी भी सिर्फ एक सीट जीतने में कामयाब हो सकी है। पार्टी की ओर से इकलौती जीत दर्ज करने वाले सांसद सुनील तटकरे ही हैं। दूसरी ओर छह बार राज्यसभा सदस्य रह चुके प्रफुल्ल पटेल भी कैबिनेट मंत्री पद को लेकर दावेदारी कर रहे हैं।
सुनील तटकरे की दलील है कि पार्टी के लिए लोकसभा का चुनाव जीतने वाले को ही कैबिनेट मंत्री पद दिया जाना चाहिए। वे अपनी दावेदारी वापस लेने को किसी भी सूरत में तैयार नहीं हैं। यही कारण है कि अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दूसरी ओर एनसीपी के भीतर चले इस घमासान को भाजपा ने एनसीपी का आपसी मामला बताया है। भाजपा का कहना है कि यह एनसीपी का अंदरूनी मामला है। इसलिए पार्टी को ही इस विवाद को हल करना चाहिए।
अगले विस्तार में किया जा सकता है शामिल
एनसीपी में चले घमासान को हल करने के लिए सुनील तटकरे के आवास पर पार्टी नेताओं की बैठक भी हुई मगर इस विवाद का अंत नहीं हो सका। दूसरी ओर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि हम एनसीपी को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद देने के लिए तैयार थे।
इसके लिए प्रफुल्ल पटेल का नाम तय था क्योंकि वे पहले भी केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। लेकिन एनसीपी की ओर से कैबिनेट मंत्री पद की दावेदारी की जा रही है और उनका कहना है कि वे इसके लिए इंतजार करने के लिए भी तैयार हैं। उनका कहना है कि आप अगले विस्तार में एनसीपी को शामिल कर सकते हैं,लेकिन पार्टी को कैबिनेट मंत्री का ही पद चाहिए।
पार्टी में घमासान पर अजित पवार ने साधी चुप्पी
इस पूरे प्रकरण को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने चुप्पी साध रखी है। सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और अजित पवार अभी तक इस मामले का निपटारा नहीं कर सके हैं। भाजपा नेतृत्व की ओर से आज संभावित मंत्रियों को पीएम मोदी के आवास पर आमंत्रित किया गया था मगर एनसीपी के अजित पवार गुट की ओर से कोई भी नेता मोदी के आवास पर नहीं दिखा।
जानकारों का कहना है कि पार्टी स्तर पर छिड़े घमासान के कारण अभी तक नाम तय नहीं किया जा सका है। एनसीपी नेतृत्व इस विवाद को सुलझाने की कोशिश में जुटा हुआ है। अगर विवाद का निपटारा नहीं हुआ तो एनसीपी को बाद में मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।