नई दिल्ली: मोदी सरकार ने पाकिस्तान खासकर पीओके से आए शरणार्थियों के 2,000 करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की है। ये पैकेज विकास कार्यों पर खर्च होंगे। जम्मू-कश्मीर सरकार ने 36,348 परिवारों की पहचान की है जिसके लिए केंद्र सरकार से पैकेज मांगा गया था। इसके तहत प्रत्येक परिवार को लगभग 5.50 लाख रुपए मिलेंगे।
जानिए कौन हैं पाक अधिकृत कश्मीर के 'विस्थापित'
-गौरतलब है कि पश्चिमी पाकिस्तान जिनमें अधिकतर पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) से आए शरणार्थी हैं।
-ये जम्मू, कठुआ और राजौरी जिलों के विभिन्न हिस्सों में बस गए हैं।
-हालांकि वे जम्मू कश्मीर के संविधान के अनुसार, राज्य के स्थाई निवासियों की श्रेणी में नहीं आते।
-कुछ परिवार 1947 में भारत के बंटवारे के समय विस्थापित हो गए थे।
-अन्य परिवार 1965 और 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्धों के दौरान विस्थापित हुए थे।
-विस्थापित लोग लोकसभा चुनाव में वोट डाल सकते हैं लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव में वे वोट नहीं डाल सकते।
ये भी पढ़ें ...कभी धुर विरोधी रहे संजय जोशी बने PM मोदी के ‘जबरा फैन’, कर रहे जमकर तारीफ
क्या थी विस्थापितों की मांग
-ज्ञात हो कि अगस्त महीने में इन विस्थापितों का प्रतिनिधित्व कर रही जम्मू कश्मीर शरणार्थी कार्य समिति ने सरकार से मदद मांगी थी।
-इन लोगों कि मांग थी कि उन्हें 9,200 करोड़ रुपयों की मदद दी जाए।
मोदी सरकार ने पहले भी दी थी रियायतें
-उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में बसे पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों की समस्याओं पर विचार के बाद मोदी सरकार ने कुछ रियायतें मंजूर की थीं।
-रियायतों में इन लोगों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती करने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने
-राज्य में समान रोजगार अवसर उपलब्ध कराने
-शरणार्थियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला देने जैसे कई कदम उठाए थे।
ये भी पढ़ें ...PM-FM की मुलाकात पर अटकलें, क्या विदेश मंत्रालय का अतिरिक्त भार संभालेंगे जेटली ?