मोदी कैबिनेट में आज होगा फेरबदल, UP से बनाए जा सकते हैं 3 मंत्री

Update:2016-07-04 16:18 IST

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट में आज फेरबदल होगा। इसमें यूपी में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर तीन मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसमें पिछड़ी और दलित जातियों का ध्यान भी रखा जाएगा। भले ही गोरखपुर के फायरब्रांड बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ को मंत्री बनाए जाने की चर्चा तेज हो, लेकिन सूत्रों के मुताबिक उन्हें फिलहाल ये जिम्मेदारी नहीं मिलेगी।

इसके अलावा, फेरबदल में कई मंत्रियों को बाहर का दरवाजा दिखाया जा सकता है। जबकि संजीव बालियान, मुख्तार अब्बास नकवी और पीयूष गोयल की तरक्की कर उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है।

अनुप्रिया पटेल (बाएं) और कृष्णा राज (दाएं) की फाइल फोटो

किन्हें बनाया जा सकता है मंत्री?

-यूपी के मिर्जापुर से अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल और शाहजहांपुर से कृष्णा राज।

-यूपी के चंदौली से महेंद्रनाथ पांडेय भी मंत्री बनाए जा सकते हैं।

-उत्तराखंड के अल्मोड़ा से अजय टम्टा और दार्जिलिंग से बीजेपी सांसद एसएस अहलूवालिया।

-गुजरात से पुरुषोत्तम रूपाला और महाराष्ट्र से आरपीआई के सांसद रामदास अठावले।

-राजस्थान के बीकानेर से अर्जुन मेघवाल और राजस्थान से ही राज्यसभा सांसद विजय गोयल।

-झारखंड से राज्यसभा सांसद एमजे अकबर और मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद अनिल माधव दवे।

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इनका हो सकता है प्रमोशन

-मुजफ्फरनगर सीट से सांसद और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है।

-अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को भी कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की उम्मीद है।

-ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल के भी प्रमोशन के आसार हैं।

इनकी हो सकती है छुट्टी

-अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला को बढ़ती उम्र की वजह से मंत्री पद गंवाना पड़ सकता है।

-रसायन और खाद मंत्रालय में राज्य मंत्री निहालचंद मेघवाल की भी छुट्टी हो सकती है। उनका नाम एक रेप केस में आया है।

-एचआरडी के राज्य मंत्री रामशंकर कठेरिया को मंत्रीपद से हटाकर संगठन की जिम्मेदारी दी जा सकती है।

बीजेपी में अपना दल का विलय अभी नहीं

-राजनीतिक हलकों में चर्चा थी कि अपना दल का अनुप्रिया पटेल गुट बीजेपी में विलय कर सकता है।

-सूत्रों के मुताबिक फिलहाल अनुप्रिया का गुट बीजेपी में विलय नहीं करेगा। दोनों गठबंधन के तहत ही यूपी में चुनाव लड़ेंगे।

-अपना दल का कृष्णा पटेल खेमा आरोप लगा चुका है कि अमित शाह पार्टी को खत्म करने पर तुले हैं।

-बता दें कि यूपी में कुर्मियों के 9 फीसदी वोट हैं और पूर्वांचल में कुर्मी वोटर काफी मायने रखते हैं।

क्या है अपना दल का विवाद?

-अनुप्रिया ने अपने पिता सोनेलाल पटेल की पार्टी अपना दल से राजनीति की शुरुआत की थी।

-सोनेलाल की मौत के बाद उनकी पत्नी कृष्णा पटेल पार्टी ही कमान संभाल रही थीं।

-अनुप्रिया का अपनी मां और बहन पल्लवी से मतभेद हो गया। फिलहाल पार्टी दो गुटों में बंटी है।

-अनुप्रिया की मां कृष्णा पटेल अपना दल की पहचान बनाए रखना चाहती हैं।

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