नई दिल्ली : लोकसभा में बुधवार को भी हंगामा व विरोध-प्रदर्शन जारी रहा और प्रश्नकाल व कुछ कार्यवाहियों को निपटाने के बाद सदन की कार्यवाही पूरे दिन के स्थगित कर दी गई। इस दौरान हंगामे के बीच एक विधेयक पारित किया गया।
प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों ने अध्यक्ष की आसंदी के निकट खड़े होकर सरकार विरोधी नारे लगाए और तालियां बजाकर सदन की कार्यवाही बाधित की। हंगामे के बीच भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (संशोधन) विधेयक, 2017 पारित किया गया।
कांग्रेस सदस्य अपनी पार्टी के छह सदस्यों के निलंबन की वापसी तथा गोरक्षकों द्वारा दलितों तथा अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं।
नारेबाजी के बीच प्रश्नकाल की कार्यवाही जैसे-तैसे आगे बढ़ी, लेकिन जैसे ही शून्यकाल शुरू हुआ, सरकार ने इराक में साल 2014 से लापता भारतीय नागरिकों को लेकर एक बयान जारी करना चाहा।
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लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सांसदों से अपनी सीटों पर जाने की अपील की, लेकिन उन्होंने वापस अपनी सीटों पर जाने से इनकार कर दिया।
सुषमा स्वराज ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और उन्होंने हंगामे के बीच बयान जारी करने से इनकार कर दिया।
इस बीच, लोकसभा की कार्यवाही का वीडियो बनाने की शिकायत पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर को चेतावनी देकर छोड़े जाने पर विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया।
कांग्रेस ने सोमवार को भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन पर सदन की कार्यवाही का वीडियो बनाने का आरोप लगाया गया था। हंगामा नहीं थमने पर सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
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जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तो सुषमा स्वराज को बयान जारी करने के लिए विपक्षी सदस्य अपनी सीटों पर वापस लौटने को सहमत हुए। बयान में सुषमा ने कहा कि इराक में 39 भारतीयों के जिंदा या मृत होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन उनकी तलाशी तबतक जारी रहेगी, जबतक कोई ठोस सबूत नहीं मिल जाता।
बयान समाप्त होने के तुरंत बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर अनुराग ठाकुर को 'केवल चेतावनी' देकर छोड़ने को लेकर अध्यक्ष से सवाल किया।
खड़गे ने कहा कि 'अनुचित' व्यवहार के लिए सोमवार को कांग्रेस के छह सदस्यों को निलंबित करने के अलावा, अतीत में संसद परिसर का वीडियो बनाने तथा उसे ऑनलाइन पोस्ट करने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) नेता भगवंत मान को निलंबित किया जा चुका है।
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इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अपराह्न 2.15 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भोजनावकाश के बाद भी हंगामा जारी रहा, जिस बीच भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (संशोधन) विधेयक, 2017 पारित किया गया।
विपक्षी सदस्यों ने नारे लगाना जारी रखा, जिसके बाद केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री एच.एन.अनंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस के निलंबित सांसदों ने अध्यक्ष से माफी तक नहीं मांगी।
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उन्होंने कहा, "उनके मन में जरा भी पछतावा नहीं है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए थी..उन्होंने जो कुछ भी किया है, वह संसद, परंपरा और लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्हें अलोकतांत्रिक, असंससदीय गतिविधियां नहीं करनी चाहिए।"
मंत्री ने कहा कि सरकार मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। जब प्रदर्शन जारी रहा, तो अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।