मदर्स-डे सिर्फ एक ही दिन या 365 दिन, जानें क्या है युवाओं की राय?
माँ जो इस दुनिया की जान है, मान है और पहचान भी है। आज उसी मां के सम्मान में मदर्स डे मनाया जाता है। बात अगर एक नवजात बच्चे की करें तो उस बच्चे के लिये दुनिया की पहली पहचान उसकी माँ ही होती है।
लखनऊ: माँ जो इस दुनिया की जान है, मान है और पहचान भी है। आज उसी मां के सम्मान में मदर्स डे मनाया जाता है। बात अगर एक नवजात बच्चे की करें तो उस बच्चे के लिये दुनिया की पहली पहचान उसकी माँ ही होती है। माँ वो सुख है जिसके लिये किसी निर्वाह की जरुरत नहीं होती है।
"चाहे हो कोई दुख या हो कोई समस्या, माँ कर देती सब का निवारण,
अपने दुख की चिंता न करती, हमें सुखों से है भर देती।"
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माँ के लिये पूरी दुनिया में 12 मई को मदर्स डे मनाया जाता है। धरती पर हमे लाने का श्रेय माँ को ही जाता है। लेकिन सोचनीय विषय यहां यह है कि क्या माँ के लिये 365 दिनों मे से सिर्फ एक ही दिन। मुझे तो हैरत होती है कि जिस माँ से पूरी दुनिया है उसके लिये सिर्फ एक ही दिन! क्या आपके लिये भी ये हैरत भरा है!
इसी विषय के बारे में Newstrack.Com की टीम ने कुछ अलग-अलग पेशे के लोगों से यह जानने की कोशिश की, कि क्या मदर्स डे सिर्फ 12 मई को ही मनाया जाना चाहिये या फिर पूरे वर्ष ही मदर्स डे को सेलिब्रेट करना चाहिए।
लोगों की राय:
"मां के लिए मेरा सिर्फ यही कहना है कि मैं जो कुछ भी हूँ या होने की आशा रखता हूँ उसका श्रेय सिर्फ मेरी माँ को जाता है। भगवान धरती पर अपने स्वरूप को माँ के रूप में भेजा है।"
मैंने माँ के एक हाथ से थप्पड़ तो दूसरे हाथ से रोटी खायी है।।" (शिवाकान्त शुक्ल)
"साल का एक दिन सिर्फ मां के नाम होता है, जिसे मदर्स डे कहते हैं । मदर्स डे के लिए मां को खास प्यार और सम्मान जताया जाता है। मां को स्पेशल महसूस कराया जाता है। इस दिन उन्हें तोहफा दिया जाता है, घुमाया जाता है। यानी जिन भी तरीकों से आप अपनी मां से प्यार जता सकते हैं, वो सब किया जाता है। पर माँ के लिए प्यार सिर्फ एक ही दिन क्यों ?"
"ख़ुद को इस भीड़ में तन्हा नहीं होने देंगे
माँ तुझे हम अभी बूढ़ा नहीं होने देंगे।।" प्रिया जैन (वीडियो जर्नलिस्ट)
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"मैने ख्याब को सच होता देखा है, बदनसीबों के काले बादल को छटते देखा है,
बांध के मत रखे माँ का ये खास दिन आज ही है, उनके सामने मैनें ये संसार झुकते देखा है।" अनब मेहंदी
मां एक ऐसी सर्जक है जो किसी कंहार की तरह अपने बच्चों को कच्ची मिटटी से पक्के बर्तन का स्वरूप प्रदान करती है"
आलोक पांडेय (प्रतियोगी छात्र)
"अनकहे ख्याब सच हो जायेगें, मां की दुआओं के जरिए आसमान के सितारे तक मिल जायेंगे|
क्यों सीमित रखे माँ का ये खास दिन सिर्फ आज ही, खिदमत करों तो बदनसीबो के बादल हमेशा के लिये छट जायेंगे।" रोेशनी खान (छात्र)
"जहां सारे जहां खत्म होते हैं, वहाँ से माँ का आँचल शुरू होता है, और उस आँचल के तले मैं सारी ज़िंदगी गुजारना चाहता हूँ"
प्रखर वर्मा(पेपरमिल, लखनऊ)
''I’m much more me whem I’m with my mother. I really love my mother, and I think, I don’t need to show it.''
Kashvi Verma(Aliganj, Lucknow)
''मां से जीवन ही नहीं अपितु मां ही जीवन है।माँ से बढ़ कर किसी और को ऐसा श्रेय नही दिया जा सकता।अतुल्य अमूल्य अनमोल तोहफा होती है माँ।''
''दास्तान मेरे लाड़-प्यार की बस,
एक हस्ती के गिर्द घूमती है,
प्यार जन्नत से इसलिए है मुझे,
क्योंकि ये भी मेरी माँ के क़दम चूमती है''
स्वाति सिंह
''हमारे कुछ गुनाहों की सज़ा भी साथ चलती है,
हम अब तन्हा नहीं चलते दवा भी साथ चलती है
अभी ज़िन्दा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा,
मैं जब घर से निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है''
अजय पंडित
''कोई कुछ भी बन जाये पर माँ नहीं बन सकता,
वो कहीं भी जा रहे हो फिर भी कहती है कि आराम से जाओ''
पूजा सिंह
"Maa"....mamta ki murat h maa..Jo hamari khushi ke liye apni sbhi sukho ka tyag kr deti h...ma ke liye jitna bhi likhu wo km h...ma h to sb kuch h...dosto, ma k liye sirf ek din hi nhi...hr din special hona chahiye....
Aur aakhiri me mai meri ma k liye bs etna hi khna chahungi...
"Meri jindgi me ek bhi gam na hota
Agr meri taqdeer likhne ka haq meri ma ko hota."
I love you mom...love you so much... (प्रियंका पांडेय)