MP Election 2023: मध्य प्रदेश की इस विधानसभा सीट पर हो रहा दिलचस्प मुकाबला, समधी और समधन की चुनावी जंग पर सबकी निगाहें

MP Election 2023: यह पहला मौका नहीं है जब समधी और समधन के बीच चुनावी मुकाबला होगा बल्कि दोनों उम्मीदवार तीसरी बार एक-दूसरे से दो-दो हाथ करने के लिए चुनावी अखाड़े में उतरे हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2023-11-03 12:24 GMT

MP Election 2023 (Photo: Social Media)

MP Election 2023: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी जंग दिख रही है और दोनों दलों ने चुनावी बाजी जीतने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। मध्य प्रदेश के कुछ चुनाव क्षेत्रों में दोनों दलों के बीच चुनावी मुकाबले के दौरान रिश्तों की दिलचस्प जंग भी दिख रही है। ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा सीट पर समधी और समधन के बीच रोचक मुकाबला हो रहा है।

भाजपा ने इस चुनाव क्षेत्र में इमरती देवी को अखाड़े में उतारा है जबकि कांग्रेस की ओर से सुरेश राजे उनका मुकाबला करेंगे। मजे की बात यह है की इमरती देवी और सुरेश राजे के बीच समधी और समधन का रिश्ता है। हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब समधी और समधन के बीच चुनावी मुकाबला होगा बल्कि दोनों उम्मीदवार तीसरी बार एक-दूसरे से दो-दो हाथ करने के लिए चुनावी अखाड़े में उतरे हैं।

इमरती देवी लगा चुकी है जीत की हैट्रिक

ग्वालियर जिले के डबरा विधानसभा क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है और इमरती देवी ने कांग्रेस के टिकट पर 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जीत हासिल की थी। इस तरह इमरती देवी इस विधानसभा क्षेत्र में जीत की हैट्रिक लगा चुकी हैं। वैसे 2020 में डबरा विधानसभा क्षेत्र में कराए गए उपचुनाव में इमरती देवी को हार का सामना करना पड़ा था। 2020 के उपचुनाव में इमरती देवी भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी थीं मगर उन्हें अपने समधी और कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के सामने हार का सामना करना पड़ा था।

दरअसल 2018 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद इमरती देवी ने खेमा बदल दिया था। विधानसभा की सदस्यता से उनके इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराया गया था। उपचुनाव के दौरान इमरती देवी भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी थीं मगर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

पहले भी हो चुका है समधी-समधन का मुकाबला

2013 के विधानसभा चुनाव में भी इमरती देवी का पहली बार अपने समधी सुरेश राजे से मुकाबला हुआ था। दिलचस्प बात यह है कि उस चुनाव के दौरान इमरती देवी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी थीं जबकि सुरेश राजे को भाजपा ने टिकट दिया था। 2013 के चुनाव में इमरती देवी ने राजे को करीब 32,000 वोटों से हराया था।

2020 के विधानसभा उपचुनाव के दौरान नजारा बिल्कुल बदला हुआ था क्योंकि उस समय इमरती देवी भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी थीं जबकि राजे को कांग्रेस ने चुनावी अखाड़े में उतारा था। इस उपचुनाव के दौरान समधी यानी सुरेश राजे को जीत हासिल हुई थी और उन्होंने अपनी समधन इमरती देवी को करीब 8,000 वोटों से हराया था।

इस बार फिर दोनों आमने-सामने

अब 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान एक बार फिर डबरा सीट पर समधी और समधन का मुकाबला हो रहा है। कांग्रेस ने एक बार फिर मौजूदा विधायक सुरेश राजे को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है तो दूसरी ओर भाजपा ने उनकी समधन इमरती देवी को टिकट दिया है। 2020 के उपचुनाव के दौरान इस सीट पर हार जीत का अंतर सिर्फ आठ हजार वोटों का था और यही कारण है कि इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।

दोनों ने जताया अपनी जीत का भरोसा

डबरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की मजबूती को देखते हुए पार्टी के प्रत्याशी सुरेश राजे एक बार फिर जीत का दावा कर रहे हैं। दूसरी ओर इमरती देवी का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने विकास के लिए काम किया है और इस कारण उन्हें मतदाताओं का समर्थन हासिल होने की उम्मीद है।

कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे का कहना है कि जब मैंने उन्हें 2020 के उपचुनाव में हराया था तो उनका कहना था कि अब समधी नहीं बचे हैं। उन्होंने अब मुझे समधी मानने से इनकार कर दिया है मगर मेरी नजर में रिश्ता अपनी जगह है और राजनीति अपनी जगह। इस विधानसभा क्षेत्र में समधी और समधन दोनों ने जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है और सबकी निगाहें इस सीट पर लगी हुई हैं। पिछले उपचुनाव की तरह इस बार भी समधी और समधन के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है।

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