MP Election 2023: 'प्रधानमंत्री अन्न योजना' का लाभ पांच साल और मिलेगा, एमपी के सिवनी में पीएम मोदी का बड़ा ऐलान

MP Election 2023: पीएम मोदी चुनावी जनसभा के मंच से अपनी सबसे प्रभावी और कल्याणकारी योजना 'प्रधानमंत्री अन्न योजना' को लेकर बड़ा ऐलान कर डाला।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-11-05 14:03 IST

MP Election 2023 (सोशल मीडिया) 

MP Election 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी प्रदेशों का तूफानी दौरा कर रहे हैं। रविवार को सबसे पहले छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव स्थित डोंगरगढ़ गए। वहां जैन संत विद्यासागर महराज के दर्शन किए। इसके बाद डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी वहीं से फिर पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के सिवनी के लिए रवाना हो गए। सिवनी में उन्होंने बीजेपी के समर्थन में विशाली चुनावी रैली को संबोधित किया और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।

पीएम मोदी चुनावी जनसभा के मंच से अपनी सबसे प्रभावी और कल्याणकारी योजना 'प्रधानमंत्री अन्न योजना' को लेकर बड़ा ऐलान कर डाला। उन्होंने कहा कि कोरोना काल से लेकर अब तक हमने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन की सुविधा दी। एमपी में लगभग 5 करोड़ लोगों के घर मुफ्त राशन पहुंचा। वैसे तो ये योजना एक माह बाद दिसंबर में बंद हो रही है लेकिन मैं गरीब के दर्द को महसूस करता हूं। इसलिए मैंने मन में पक्का कर लिया है कि आने वाले पांच सालों के लिए मुफ्त राशन देंगे।

एमपी को एटीएम बनाना चाहती है कांग्रेस, खंडवा में बोले पीएम

सिवनी के बाद पीएम मोदी खंडवा में रैली करने पहुंचे। यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में सरकार बनान के लिए छटछटा रही है, वो इसलिए क्योंकि वह इसे अपना एटीएम बनाना चाहती है। 10 साल से केंद्र की सत्ता से बाहर कांग्रेस हर राज्य को बड़ी लालच भरी नजर से देखती है कि कब मौका मिले और कब खाऊं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस राज्य में भी गलती की सरकार गलती से भी बनी, वहां धड़ाधड़ा लूट ही लूट हुई। कर्नाटक का उदाहरण देते हुए पीएम ने कहा कि वहां स्पर्धा चलती है कि कौन ज्यादा लूटेगा मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री। जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनी, वहां की हालत देखिए। राजस्थान में चार साल से वे लोग एक-दूसरे को काटने में लगे हैं।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री को ये नहीं पता कि वे कब तक सीएम रहेंगे। इसके बाद पीएम मोदी ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि यहां तो अभी-अभी टिकट बंटे हैं और कपड़ा फाड़ने की स्पर्धा चल पड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में एक नेता को दूसरे नेता से लड़ाया जाता है ताकि यहां वे लड़ते रहें और दिल्ली में नामदार अपनी दुकान चलाते रहें।


आजादी का श्रेय एक ही परिवार के नाम कर दिया गया

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि 2014 से पहले एक घोटाला लाखों-करोड़ों रूपये का होता था। मगर बीजेपी में ये गरीब की भलाई में खर्च होता है। कांग्रेस ने बीते दशकों में आजादी क लड़ाई का श्रेय एक ही परिवार के नाम कर दिया। कांग्रेस के लिए उससे बड़ा कुछ है ही नहीं। आजकल उनके नेता आदिवासी इलाकों में जाकर झूठ फैला रहे हैं। कांग्रेस के मुंह से आदिवासी नाम शोभा नहीं देता है।

आदिवासी समाज भगवान राम के समय से ही चला आ रहा है। बीजेपी के बाद से नहीं आया। पीएम ने कहा कि देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पहली बार जनजातीय कल्याण मंत्रालय बना। हमने आदिवासी महापुरूषों के नाम पर नामकरण किए हैं। हमने विश्वकर्मा योजना बनाई है, जिससे छोटे-मोटे काम करने वाले गरीब लाभान्वित हो रहे हैं। कुछ लोग गांव-गांव जाकर आदिवासी लोगों को भ्रमित कर रहे हैं।

‘कांग्रेस के दो बड़े नेता अपने बेटे को सेट करने में लगे हैं’

पीएम नरेंद्र मोदी ने नाम न लेते हुए इशारों में एमपी कांग्रेस के दो बड़े नेता पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यहां के दो बड़े नेता अपने बेटों को सेट करने के लिए मध्य प्रदेश को अपसेट करने में लगे हुए हैं। युवाओं को ये बात समझनी होगी कि कांग्रेस के पास उनके भविष्य के लिए कोई रोडमैप नहीं है। उनकी बात सुनिए वो कहते हैं हमें वोट दो क्योंकि हमारे दादा-दादी ये थे, हमें वोट दो क्योंकि हमारे नाना-नानी वो थे।

कांग्रेस ने किसानों को छला

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस विकास का काम नहीं करती है लेकिन नागरिकों के जेब जरूर काट लेती है। उन्होंने किसानों के मुद्दे पर विरोधी दल को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस ने छोटे किसानों के लिए कोई योजना नहीं बनाई। बीजेपी के प्रयासों के बीच वो कर्जमाफी का वादा करती है। कांग्रेस ने 10 दिन मांगे थे लेकिन डेढ़ साल में भी वो कर्जमाफ नहीं कर सकी।

बता दें कि मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा। नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें एमपी ही एकमात्र राज्य है, जहां बीजेपी सत्ता में काबिज है।

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