नारायण राणे ने उद्धव को चेताया, कहा- मुंह बंद रखें, वरना सब खुलासा कर दूंगा
सांगली: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को अपना मुंह बंद रखने की चेतावनी दी है। साथ ही ऐसा नहीं करने की स्थिति में सब कुछ खुलासा कर देने की धमकी दी है। राणे ने कहा, कि 'इसके परिणाम उन्हें भुगतने पड़ेंगे।' राणे ने चेतावनी देते हुए ठाकरे के आरोप से इंकार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि राणे ने दिवंगत बाला साहेब ठाकरे का उत्पीड़न किया था।
इस के बाद नारायण राणे ने कहा, कि 'मैंने अपनी आंखों से देखा है कि कैसे उद्धव व उनके परिवार ने बाला साहेब को उत्पीड़ित किया है। अगर वह अपना मुंह बंद नहीं रखेंगे और मेरे विरुद्ध षड्यंत्र करेंगे तो मैं उन्हें बदनाम करने में संकोच नहीं करूंगा।'
ये भी पढ़ें ...नारायण राणे ने बनाई नई पार्टी, BJP के समर्थन में जाने का दिया इशारा
मैं सच में सब कुछ खुलासा कर दूंगा
राणे ने आगे कहा, 'जब बाला साहेब जिंदा थे, मैंने किसी भी तरह से उन्हें मुश्किल में नहीं डाला। मैं उनके घर में हो रही सभी गतिविधि का गवाह रहा हूं और मैं सच में सब कुछ खुलासा कर दूंगा। उनके आरोप गलत हैं और मैंने पहले भी यह कहा है।' उन्होंने यह बयान ऐसे समय दिया है, जब शिवसेना कथित रूप से सत्तारूढ़ बीजेपी पर दबाव बना रही है कि राणे को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाए।
ये भी पढ़ें ...महाराष्ट्र के पूर्व CM राणे ने छोड़ी कांग्रेस, कहा- शिवसेना को भी मिटा दूंगा
इसी साल बनाई थी नई पार्टी
राणे ने बीते सितंबर महीने में कांग्रेस छोड़कर महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी बना ली थी। वह केंद्र और राज्य में बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ गठबंधन कर लिया था। दोनों पार्टियों के बीच बनी सहमति के आधार पर उन्हें हालिया विधान परिषद के उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया जाना था और उसके बाद देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना था।
हालांकि, इस सीट पर बीजेपी के प्रसाद लाड ने चुनाव लड़ा और जीत गए। बावजूद इसके बाद राणे ने शनिवार को घोषणा की, कि 2017 के अंत तक वह मंत्री बन जाएंगे।
राणे 1999 में बने थे सीएम
उल्लेखनीय है, कि बाला ठाकरे ने नारायण राणे को साल 1999 में महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन बाद में उद्धव से अनबन होने के बाद वह शिवसेना छोड़कर 2005 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
आईएएनएस