नई दिल्ली: भारत सरकार ने देश में नेशनल इमरजेंसी नंबर '112' शुरु करने का फैसला किया है। ये इमरजेंसी नंबर यूएस के 911 और यूके के 999 की तर्ज पर लागू किया जा रहा है। इस सेवा के बाद अलग-अलग इमरजेंसी सेवाओं के नंबर को याद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सेवा अगले एक साल में चालू कर दी जाएगी।
बता दें, कि अभी 100 (पुलिस), 101 (फायर), 102 (एम्बुलेंस), 108 (आपात सेवा) के नंबर मौजूद हैं। डायल '112' के लागू होते ही शेष सभी इमरजेंसी नंबर बंद हो जाएंगे।
ट्राई के सुझाव को टेलीकॉम विभाग ने दी मंजूरी
-ट्राई ने अप्रैल 2015 में टेलिकॉम डिपार्टमेंट को '112' को नेशनल इमरजेंसी नंबर बनाने पर सहमति जताई थी।
-टेलीकॉम विभाग ने ट्राई के सुझावों को स्वीकार कर लिया है।
-दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद की मंजूरी के बाद यह सेवा शुरू हो जाएगी।
-यह सेवा सभी को उनकी भाषा में मिले, इसके लिए राज्यों को कॉल सेंटर शुरू करने होंगे।