देश में कल से हो रही पोलियो वैक्सीनेशन की शुरुआत, जानें इसके बारे में सब कुछ
31 जनवरी से शुरू हो रहे पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत 5 वर्ष की आयु तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी। यह अभियान दो फरवरी तक चलेगा।
नई दिल्ली: देश में 31 जनवरी से राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण अभियान की शुरुआत होने जा रही है। इसे कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू के चलते स्थगित कर दिया गया था। पोलियो वैक्सीनेशन प्रोग्राम पहले 17 जनवरी से शुरू होने वाला था। यह अभियान अब रविवार को शुरू हो रहा है, जो कि दो फरवरी तक चलेगा। वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कुछ बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाकर इस अभियान का शुभारंभ करेंगे।
पांच साल के बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो ड्रॉप
पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत 5 वर्ष की आयु तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी। गौरतलब है कि कोविड 19 टीकाकरण अभियान के बीच पोलियो टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो रही है, ऐसे में सीनियर सिटीजंस यानी रिष्ठ नागरिकों को यह सलाह दी गई है कि वे बच्चों को टीकाकरण शिविरों में न ले जाएं। सूत्रों के मुताबिक, पोलियो वैक्सीनेशन के दौरान कोविड-19 टीकाकरण का प्रोग्राम को रोका जा सकता है।
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आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल के बाद भारत में 1995 में पल्स पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया था। पोलियो वैक्सीनेशन प्रोग्राम जिस रविवार को होता है, उसे राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के तौर पर जाना जाता है। इस अभियान का आयोजन साल में दो बार किया जाता है।
क्या होता है पोलियो?
पोलियो एक संक्रामक बीमारी है, जो पूरे शरीर को प्रभावित करती है। इस बीमारी का शिकार अधिकांशत: बच्चे होते हैं। पोलियो को ‘पोलियोमाइलाइटिस’ या ‘शिशु अंगघात’ भी कहा जाता है। इसमें आम तौर पर टांगों में लकवा हो जाता है। पोलियो का वायरस मुंह के रास्ते शरीर में होता है और आंतों को प्रभावित करता है। वायरस के शरीर में प्रवेश करने के कुछ ही घंटों बाद इससे पक्षाघात तक हो सकता है।
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पोलियो के लक्षण
फ्लू जैसे लक्षण
पेट दर्द, सिर दर्द, पीठ में दर्द
गले में दर्द, हल्का बुखार
सांस लेने में तकलीफ
डायरिया, उल्टी
लार गिरना
मांसपेशियों में जकड़न
अधिक कमजोरी या थकान होना
कुछ भी निगलने में तकलीफ होना
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