Presidential Election 2022: द्रौपदी मुर्मू के मुंबई दौरे में उद्धव गुट को लगा बड़ा झटका, समर्थन के बावजूद बैठक का न्योता नहीं

Presidential Election 2022: ठाकरे गुट से जुड़े हुए शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने द्रौपदी मुर्मू की बैठक में न बुलाए जाने की पुष्टि की है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2022-07-14 06:19 GMT

द्रौपदी मुर्मू उद्धव ठाकरे (photo : social media )

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Presidential Election 2022: राष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ( Draupadi Murmu)आज महाराष्ट्र के सांसदों और विधायकों से मुलाकात के लिए मुंबई (Draupadi Murmu Mumbai visit) दौरे पर पहुंचेंगी। मुर्मू की सांसदों और विधायकों के साथ होने वाली इस बैठक (Draupadi Murmu meeting)  में उद्धव ठाकरे गुट (Uddhav Thackeray faction) को न्योता नहीं दिया गया है। शिवसेना के सांसदों के दबाव के कारण पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का पहले ही ऐलान कर चुके हैं।

ऐसे में मुर्मू की बैठक में निमंत्रण न मिलने को उद्धव गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। ठाकरे गुट से जुड़े हुए शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने बैठक में न बुलाए जाने की पुष्टि की है। मुर्मू की बैठक में भाजपा के सांसदों और विधायकों के अलावा शिवसेना से बगावत करने वाले शिंदे गुट से जुड़े सांसद व विधायक हिस्सा लेंगे। महाराष्ट्र में भाजपा शिंदे ग्रुप और उद्योग उठ के सांसदों और विधायकों का वोट मिलने के बाद मुर्मू विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से काफी मजबूत स्थिति में होंगी।

उद्धव ने किया था समर्थन का ऐलान

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पिछले दिनों राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन के मुद्दे पर फैसला लेने के लिए पार्टी सांसदों की बैठक की थी। इस बैठक में पार्टी के अधिकांश सांसदों ने एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने पर जोर दिया था। पार्टी सांसदों का कहना था कि शिवसेना को आदिवासी महिला उम्मीदवार के समर्थन के लिए आगे आना चाहिए। हालांकि पार्टी के प्रवक्ता और उद्धव के करीबी माने जाने वाले संजय राउत विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की वकालत कर रहे थे। शिवसेना प्रमुख ने आखिरकार सांसदों की मांग के आगे झुकते हुए द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया।

एनडीए उम्मीदवार मुर्मू सांसदों और विधायकों से समर्थन मांगने के लिए आज मुंबई पहुंचने वाली हैं मगर इस बैठक में उद्धव कैंप से जुड़े सांसदों और विधायकों को नहीं बुलाया गया है। उद्धव कैंप से जुड़े सांसद विनायक राउत ने कहा कि हमें अभी तक भाजपा या शिंदे सरकार की ओर से बैठक में शामिल होने का कोई न्योता नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि ऐसे में शिवसेना के बैठक में शामिल होने का कोई सवाल नहीं है। राउत ने कहा कि आदिवासी महिला उम्मीदवार होने के कारण ही हमने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का फैसला किया है।

भाजपा और शिंदे गुट दिखाएगा ताकत

एनडीए उम्मीदवार मुर्मू के मुंबई दौरे के समय केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और भारती पवार भी उनके साथ होंगे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस एयरपोर्ट पर मुर्मू की अगवानी करेंगे। इसके बाद मुर्मू एयरपोर्ट के पास ही स्थित होटल में महाराष्ट्र के सांसदों और विधायकों से मुलाकात करेंगी। भाजपा नेताओं का कहना है कि इस बैठक के दौरान करीब 250 सांसदों और विधायकों के मौजूद रहने की संभावना है।

भाजपा ने अपने सभी 106 विधायकों को मुंबई पहुंचने का निर्देश दिया है। दूसरी ओर शिंदे गुट के 40 विधायक भी मुर्मू की इस बैठक में हिस्सा लेंगे। सबकी निगाहें इस बात पर लगी हुई हैं कि शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे के अलावा शिवसेना के कौन-कौन से सांसद इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचते हैं।

उद्धव गुट को बड़ा झटका

महाराष्ट्र में शिवसेना अभी भी महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल है। गठबंधन के दो अन्य सहयोगी दल कांग्रेस और एनसीसी की ओर से विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन किया जा रहा है। दूसरी ओर उद्धव ठाकरे ने मुर्मू के समर्थन की घोषणा की है। इसे लेकर कांग्रेस और एनसीपी के नेता नाराज भी बताए जा रहे हैं। इसके बावजूद उद्धव गुट को मुर्मू की बैठक में निमंत्रण न मिलना बड़ा झटका माना जा रहा है।

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