नए सेना प्रमुख ने पाकिस्तान को दी चेतावनी, कहा- सुधर जाए नहीं तो...
देश के नए सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने पद संभालते ही आज पड़ोसी देश पाकिस्तान को साफ शब्दों में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर वह राज्य प्रायोजित आतंकवाद को नहीं रोकता है तो भारत के पास ऐहतियातन आतंकी अड्डों पर हमले करने का अधिकार है।
नई दिल्ली: देश के नए सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने पद संभालते ही आज पड़ोसी देश पाकिस्तान को साफ शब्दों में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर वह राज्य प्रायोजित आतंकवाद को नहीं रोकता है तो भारत के पास ऐहतियातन आतंकी अड्डों पर हमले करने का अधिकार है।
मंगलवार को कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में नरवणे ने साफ कहा कि पाकिस्तान के उकसावे या उसके द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के किसी भी कृत्य का जवाब देने के लिए कई सारे विकल्प मौजूद हैं। पाकिस्तान आतंकवाद के जरिए अधिक समय तक छद्म युद्ध नहीं चला सकता है।
सेना प्रमुख ने कहा कि हमने प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ संकल्पित दंडात्मक जवाब की रणनीति बनाई है। पाकिस्तानी सेना की राज्य प्रायोजित आतंकवाद से ध्यान हटाने की सारी कोशिशें नाकाम हो गई हैं। आतंकवादियों के सफाए और आतंकी नेटवर्क की तबाही के कारण पाकिस्तानी सेना के छद्म युद्ध की मंशा को झटका लगा है।
यह भी पढ़ें...उम्मीद है साल 2020 देशवासियों के लिए लाएगा खुशहाली: PM मोदी
उन्होंने कहा कि मेरा मुख्य फोकस सेना को किसी क्षण किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार करना होगा। 37 वर्षों की सेवा में जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में अत्यधिक सक्रिय आतंकवाद-रोधी वातावरण में काम कर चुके आर्मी चीफ ने कहा कि जहां तक हमारे पड़ोसी की बात है, वह आतंकवाद को स्टेट पॉलिसी के रूप में इस्तेमाल करते हुए हमारे खिलाफ छद्म युद्ध चला रहा है। फिर इससे इंकार करता है। हालांकि, यह अधिक दिनों तक नहीं चल सकता। आप सभी लोगों को हर समय मूर्ख नहीं बना सकते हैं।
यह भी पढ़ें...इराक में अमेरिकी दूतावास पर हमला, डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को दी धमकी, कहा…
जनरल मुकुंद नरवणे ने कहा कि आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है। भारत सालों से आतंकवाद प्रभावित रहा है। अब पूरी दुनिया और कई देश आतंकवाद से पीड़ित हैं और उन्हें इस खतरे का अहसास हो रहा है। सेना प्रमुख ने सीजफायर उल्लंघन पर कहा कि सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। हमें पता है कि दूसरी तरफ लॉन्च पैड्स पर आतंकवादी हैं, जो सीमा पार करने की प्रतीक्षा में हैं, लेकिन हम उनसे निपटने को पूरी तरह तैयार हैं।