Traffic Management System: हाईवे पर एक्सीडेंट को रोकने के लिए शुरू हुआ एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, NHAI कुछ इस तरह बना रही योजना
Traffic Management System: बिना नागा सड़कों पर घट रही ह्रदयविदारक दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा सख्त से सख्त नियम बनाए जाने के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं का घटना बदस्तूर जारी है।
Traffic Management System: बिना नागा सड़कों पर घट रही ह्रदयविदारक दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा सख्त से सख्त नियम बनाए जाने के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं का घटना बदस्तूर जारी है। इस समस्या से निपटने के लिए एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को भारतीय हाईवे पर जल्द लागू किया जा सकता है। सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु के मामलों में कमी लाने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक नई पहल की है।इसके लिए इंजीनियरों को ट्रेनिंग दी जा रही है और लगभग 3000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए लागू किया गया है। इस विषय से जुड़ी पूरी जानकारी आपको यहां बताई जा रही है -
क्या है एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS)
इस सिस्टम के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों और हाइवे पर कैमरा और सेंसर का प्रयोग किया जायेगा। जो हाइवे पर यात्रा कर रहे वाहनों को किसी भी दुर्घटना की स्थिति में अलर्ट भेजने का काम करेंगे। जिससे कोहरा जैसी स्थिति में वे पहले से ही सावधान हो जाएं या किसी भी वजह से हाइवे पर लगे लंबे जाम से बचने के लिए किसी और रास्ते का चुनाव कर सके।
इस सिस्टम के हैं कई लाभ
ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम सिर्फ सड़क दुर्घटनाओं को ही कम नहीं करेगा, बल्कि इससे बदलते मौसम की जानकारी, डेडीकेटेड कॉरिडोर, 'स्मार्ट मोबिलिटी' के लिए आइटीएस जैसी बहुत-सी सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही नंबर प्लेट को पढ़ने वाले कैमरे, सीसीटीवी कैमरे और सभी चौराहों और ब्लिंकर पर सेंसर लगाए जाएंगे।
पहले से मिल जाएगा ट्रैफिक अलर्ट
ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत हाईवे पर लगाए गए कैमरा और सेंसर की मदद से चालकों को पहले ही ट्रैफिक अलर्ट मिल जाएगा। इससे वे पहले ही दूसरे रास्ते पर जाने का विकल्प तलाश सकेंगे। हाईवे पर लंबी लगने वाली जाम को ध्यान में रखते हुए यह सिस्टम बहुत मददगार साबित होगी।
ATMS 24/7 रखेगी ट्रैफिक नियमों पर कड़ी नजर
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए एक नई तकनीक को जल्द लागू कर रही है। इसके तहत सड़क दुर्घटनाओं से निपटने और राजमार्गों पर स्पीड लिमिट के नियमों को लागू करने के लिए हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) को लाया गया है। यह नई तकनीक पर आधारित सिस्टम है, जो 24 घंटे यातायात नियमों की निगरानी करेगी।
3,000 किलोमीटर तक होगी लागू
एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को लगभग 3,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए लागू किया गया है। इस दूरी में सड़क सुरक्षा की निगरानी के लिए ड्रोन वीडियो और नेटवर्क सर्वेक्षण वाहन डाटा के लिए जीआईएस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही इंजीनियरिंग उपायों को बढ़ाने के लिए कई तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है। NHAI के बयान के मुताबिक, प्रबंधक और उप महाप्रबंधक के ।पद पर इंजीनियरों के प्रमोशन के लिए इस टेस्ट को पूरा करना जरूरी है, जिसके लिए इंजीनियरों को अनिवार्य 15 दिन की सड़क सुरक्षा ऑडिट ट्रेनिंग भी दी जा रही है। बता दें कि इस परियोजना को एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर बनाया जा रहा है।