NIA Raid: एनआईए की 3 राज्यों में छापेमारी, निशाने पर इस्लामिक संगठन गजवा-ए-हिंद

NIA Raid: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर नकेल कसने के बाद अब एक अन्य कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन गजवा-ए-हिंद निशाने पर है।

Update: 2023-03-23 12:48 GMT
NIA Raid (photo: social media )

NIA Raid: राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए की देश में सक्रिय मजहबी कट्टरपंथी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर नकेल कसने के बाद अब एक अन्य कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन गजवा-ए-हिंद निशाने पर है। केंद्रीय एजेंसी ने गुरूवार को देश के कई राज्यों में इसके आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है।

जानकारी के मुताबिक, एनआईए ने गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में गजवा-ए-हिंद संगठन से जुड़े लोगों के ठिकाने पर छापा मारा है। इन तीन राज्यों के सात लोकेशन पर एनआईए की कार्रवाई चल रही है। एजेंसी ने महाराष्ट्र में तीन जगहों पर, गुजरात में तीन जगहों पर और एमपी में एक जगह पर छापा मारा है।

संगठन से जुड़े शख्स ने किया था बड़ा खुलासा

गजवा-ए-हिंद अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन अलकायदा के साथ मिलकर काम करता है। भारत में इसकी बड़ी गतिविधि का खुलासा पिछले साल जुलाई में तब हुआ था, जब बिहार की राजधानी पटना से सटे फुलवारी शरीफ से पुलिस ने एक शख्स को दबोचा था। शख्स का नाम मरगुब दानिश उर्फ ताहिर था, जिसने पूछताछ में कई हैरतअंगेज खुलासे किए थे। उसने कबूल किया था वह गजवा-ए-हिंद के लिए काम कर रहा है। उसके मोबाइल फोन और फेसबुक चैट में भी भड़काऊ और उन्माद कंटेट मिले थे।

उसने पुलिस को बताया कि गजवा-ए-हिंद मिशन को पूरा करने के लिए पाकिस्तान, यमन और बांग्लादेश जैसे अन्य इस्लामिक मुल्कों से मदद पहुंच रही है। जांच में पाया गया कि ताहिर पाकिस्तानी चरमपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से जुड़ा हुआ है। वह एक पाकिस्तान शख्स फैजान से लगातार सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में रहता था। ताहिर के मोबाइल में गजवा-ए-हिंद नामक एक वाट्सएप ग्रुप भी पाया गया, जिसका वो एडमिन था। इस ग्रुप में पाकिस्तान, यमन और बांग्लादेश समेत अन्य मुस्लिम देशों के लोग भी शामिल थे।

क्या होता है गजवा-ए-हिंद ?

मुस्लिम धर्म के जानकारों के मुताबिक, गजवा-ए-हिंद का मतलब है जब किसी गैर-इस्लामिक राष्ट्र पर मुसलमानों द्वारा युद्ध के जरिए कब्जा कर लेना। इस्लाम में कट्टरपंथ विचारधारा से प्रभावित लोग मानते हैं कि गैर-इस्लामी मुल्कों में रहने वाले लोग काफिर हैं। युद्ध के जरिए इन काफिरों को जीतना ही गजवा-ए-हिंद है।

गजवा-ए-हिंद शब्द में गजवा का अर्थ युद्ध होता है। काफिरों को युद्ध में हराने की प्रक्रिया को गाजी कहा जाता है। यहां हिंद का तात्पर्य हिंदुस्तान यानी भारत से है। जब कोई मुस्लिम देश या संगठन भारत में इस्लाम का शासन स्थापित करने के लिए युद्ध या कोई अन्य अभियान चलाते हैं, उसे भी ‘गजवा-ए-हिंद’ ही कहा जाता है।

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