Tamil Nadu Flood:‘बाप का पैसा’ वाले बयान पर छिड़ा घमासान, निर्मला सीतारमण ने उदयनिधि स्टालिन पर किया पलटवार
Tamil Nadu Flood: राज्य में जहां विपक्षी भारतीय जनता पार्टी स्टालिन सरकार के खिलाफ बाढ़ प्रभावितों की उपेक्षा को मुद्दा बना रही है, वहीं सरकारी की अगुवाई कर रही डीएमके केंद्र पर फंड रिलीज नहीं करने का आरोप लगा रही है।
Tamil Nadu Flood: भारी बारिश के कारण तमिलनाडु के कई इलाके इन दिनों भीषण बाढ़ का सामना कर रहे हैं। राजधानी चेन्नई तक के कई इलाके पानी में डूब गए हैं। इस प्राकृतिक आपदा को लेकर राज्य से लेकर केंद्र तक का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। राज्य में जहां विपक्षी भारतीय जनता पार्टी स्टालिन सरकार के खिलाफ बाढ़ प्रभावितों की उपेक्षा को मुद्दा बना रही है, वहीं सरकारी की अगुवाई कर रही डीएमके केंद्र पर फंड रिलीज नहीं करने का आरोप लगा रही है।
इस मामले को लेकर दोनों तरफ से तीखी बयानबाजी हो रही है। इसी क्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन के एक बयान पर जोरदार पलटवार किया है। सीतारमण ने उन्हें संभल कर बोलने की सलाह दी है। दरअसल, पिछले दिनों उदयनिधि ने फंड के लेकर केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा था कि ‘हम किसी के बाप का पैसा नहीं मांग रहे हैं, हम केवल तमिलनाडु के लोगों के द्वारा भुगतान किए गए टैक्स का हिस्सा मांग रहे हैं।‘
सीतरमण ने किया जोरदार पलटवार
तमिलनाडु सीएम के बेटे के इस बयान पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंन कहा, जब वह मंत्री हैं तो उन्हें जिम्मेदारी से बोलना चाहिए। वह पिता के पैसे के बारे में पूछ रहे है। क्या वह अपने पिता की संपत्ति का उपयोग सत्ता का आनंद लेने के लिए कर रहे हैं ? क्या मैं ऐसा कुछ पूछ सकती हूं ? उन्हें लोगों ने चुना है, तो क्या हम इसके लिए उनका सम्मान नहीं कर रहे हैं ? राजनीति में पिता और माता को घसीटना उचित नहीं है।
इसके आगे केंद्रीय वित्त मंत्री ने सलाह देते हुए कहा कि एक राजनेता के रूप में उदयनिधि आगे बढ़ना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें अपनी जुबान पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें ऐसे शब्दों का चयन करना चाहिए जिसमें गरिमा हो और उनके पद के अनुरूप हो। केंद्र ने हाल ही में तमिलनाडु सरकार को बारिश से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए 900 करोड़ रूपये वितरित किए हैं। सीतारमण ने कहा, मैं तो ये नहीं कह रही हूं कि यह मेरे पिता का पैसा है या उनके पिता का पैसा है।
बारिश और बाढ़ से तमिलनाडु त्रस्त
मानसून की विदाई के साथ ही देश से बारिश का दौर जा चुका है और कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है। लेकिन तमिलनाडु में इन दिनों भीषण बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है। खासकर राज्य के दक्षिणी जिले सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। भारी बरसात की वजह से थूथुकुडी, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी जिलों में बाढ़ आ चुकी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। इन जिलों में रहने वाले लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। अब तक 10 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। 20 हजार से अधिक लोग अभी भी फंसे हुए हैं।
बारिश और बाढ़ में अब तक 10 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। किसानों के फसल और मवेशी पानी में बह गए। 17 हजार से अधिक लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। राज्य सरकार के कुप्रबंधन को लेकर प्रभावितों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। तमिलनाडु बीजेपी चीफ अन्नामलाई ने पिछले दिनों सीएम एमके स्टालिन के दिल्ली दौरे पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि जब राज्य की जनता परेशान है तो वे दिल्ली में विपक्षी नेताओं के साथ मीटिंग कर रहे हैं।