नितिन चौधरी उत्तर रेलवे के नए मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी बने

उत्तर रेलवे के मुख्य यांत्रिक इंजीनियर/आईटी, नितिन चौधरी ने आज उत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी का कार्यभार ग्रहण कर लिया । इनसे पहले नीरज शर्मा इ

Update:2017-11-10 20:13 IST
नितिन चौधरी उत्तर रेलवे के नए मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी बने

लखनऊ: उत्तर रेलवे के मुख्य यांत्रिक इंजीनियर/आईटी, नितिन चौधरी ने आज उत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी का कार्यभार ग्रहण कर लिया । इनसे पहले नीरज शर्मा इस पद पर कार्यरत थे ।इंडियन रेलवे मैकेनिकल इंजीनियरी सेवा के वर्ष 1986 बैच के अधिकारी,नितिन चौधरी को रेलवे की इंजीनियरी, परिचालन और आईटी क्षेत्रों में कार्य करने का लगभग 30 वर्षों का व्यापक अनुभव है । इन्होंने रेलवे में अनेक प्रमुख पदों – ईडीएमई(डेवलेपमैंट), रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली, निदेशक (व्हीकल डायनेमिक ग्रुप), आरडीएसओ, लखनऊ, मुख्य कारखाना इंजीनियर (व्हील) और रेल व्हील फैक्टरी, बंगलौर में मुख्य सर्तकता अधिकारी पर पूरी कुशलता एवं उत्कृष्टता के साथ कार्य किया है ।

यह भी पढ़ें....लखनऊ उत्तर रेलवे के टाइम टेबल में बदलाव, 241 ट्रेनों की बदली टाइमिंग

यांत्रिक विभाग के अधिकारी के रूप में कार्य करते हुए भाप के इंजनों से यांत्रिक/इलैक्ट्रिक इंजनों तक के सफर में होने वाले प्रमुख तकनीकी बदलावों तथा उससे जुड़े चालक दलों/कर्मचारियों को नई तकनीक के अनुरूप ढ़ालने में तथा उनके कुशल प्रबन्ध में अग्रणी भूमिका निभाई । आर.डी.एस.ओ. में कार्य करते समय आर.डी.एस.ओ. के आन्तरिक संसाधनों के उपयोग से सैल्फ-जेनेरेटिंग एल.एच.बी. डिब्बों के आयात तथा तकनीक के स्थानांतरण के दौरान हाई स्पीड एल.एच.बी. डिब्बों के डायनमिक बिहेवियर का अध्ययन किया । तकनीक का बेहतर उपयोग करते हुए, इन्होंने परिचालन के लिए प्रणाली के डिजिटलाईजेशन एवं अपग्रेडेशन के माध्यम से भारतीय रेलवे पर पहली बार ईएमयू रेलगाड़ी के लिए एयर-स्प्रिंग के भारतीय डिजाइन तैयार किए ।

यह भी पढ़ें....भारतीय रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया बचाव कार्य लगभग पूरा हो चुका है

भारतीय रेलवे के पहले 23 टन क्षमता वाले पार्सल वैनों के सस्पेंशन डिजाइन की परियोजना का नेतृत्व किया जोकि 110 किलोमीटर प्रति घंटा की गतिसीमा से चलने में सक्षम है । न्यू कटनी जंक्शन स्थित मालभाड़ा वैगन अनुरक्षण डिपो, जहां 25000 बॉक्स एन वैगनों की होल्डिंग की जाती है, तथा जबलपुर स्थित स्टीम लोकोमोटिव शैड में प्रमुख परिचालनिक पदों पर कार्य किया जहां इन्होंने अनेक उल्लेखनीय कार्य किए तथा कार्य-दलों का मार्गदर्शन करते हुए नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं ।

यह भी पढ़ें....मल्हौर ओवर ब्रिज पूरा करने में देरी पर उत्तर रेलवे के इंजीनियर को अवमानना नोटिस जारी

इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, जमालपुर से स्नातक डिग्री और डिजाइन इंजीनियरिंग (एमएस), बिट्स (बीआईटीएस) पिलानी से विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है । राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय जर्नलों में अनेक तकनीकी पत्र प्रस्तुत किए हैं । दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत एवं तबला वाद्य में संगीत विशारद की उपाधि प्राप्त की है ।

Tags:    

Similar News