नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार (21 मई) को कहा कि बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में 40 में से केवल 13 सीट जीतने के बावजूद गोवा में सरकार बनाई क्योंकि पार्टी लगातार (बहुमत हासिल करने का) काम कर रही थी। जबकि कांग्रेस नेतृत्व सो रहा था।
गडकरी ने इंडिया टुडे एडिटर्स राउंड-टेबल सम्मेलन में कहा, "मुझसे कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आपने गोवा में गलत किया। लेकिन, मैंने उनसे कहा कि आपके नेता सो रहे थे जब हमारे नेता काम कर रहे थे।"
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के उस आरोप को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने गडकरी पर गोवा के विधायकों को समर्थन के बदले रिश्वत देने का आरोप लगाया था।
यह भी पढ़ें ... गोवा असेंबली में पर्रिकर ने पास किया फ्लोर टेस्ट, समर्थन में 22 और विरोध में पड़े 16 वोट
उन्होंने कहा, "मैं वह व्यक्ति नहीं हूं जो राजनीतिक सौदे करता है। मैं वह व्यक्ति हूं जो हर काम खुले तौर पर करता है। मैंने गोवा में किसी को भी किसी तरह का पैसा नहीं दिया। मैं ऐसे काम नहीं करता। मैं लड़ता हूं और चीजों को ठीक करता हूं।"
गोवा में कांग्रेस 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केवल 13 सीटों के साथ सरकार बनाने में कामयाब रही।
गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के सुदीन धवालिकर ने उनसे गोवा के होटल में मुलाकात की थी। सुदीन वहां रह रहे थे। उन्होंने मंत्री बनाए जाने की शर्त पर भाजपा को समर्थन दिया।
यह भी पढ़ें ... मनोहर पर्रिकर ने ली चौथी बार गोवा के सीएम के रूप में शपथ, 16 मार्च को होगा फ्लोर टेस्ट
गडकरी के अनुसार, "इसके बाद गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई आए, जो उम्र भर कांग्रेस समर्थक रहे हैं। लेकिन, वह कांग्रेस द्वारा पिछले पांच सालों से अत्याचार सह रहे थे।" गडकरी ने कहा कि सरदेसाई ने भी मंत्री बनने की शर्त लगाई, जिस पर बीजेपी सहमत हो गई।
इन दोनों पार्टियों ने तीन-तीन सीटें जीती थीं। बीजेपी नेता ने कहा कि सरदेसाई और धवालिकर ने मनोहर पर्रिकर को सीएम बनाने की भी शर्त रखी थी। गडकरी ने कहा कि इस सबके बाद भाजपा की हार जीत में बदल गई जबकि कांग्रेस के हाथों में आया मौका निकल गया।
--आईएएनएस