'जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा कसकर लात', जानिए आखिर क्यों भड़के नितिन गडकरी
Nitin Gadkari : जातिवाद को लेकर देश में हमेशा राजनीति होती रही है, तो समय-समय पर देखी भी जा सकती है। जातिवाद को लेकर नितिन गडकरी ने जातिवादि की राजनीति को लेकर बड़ा बयान दिया है।
Nitin Gadkari : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शुक्रवार को अचानक एक कार्यक्रम में जातिवाद की राजनीति को लेकर काफी भड़क गए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जातिवाद की राजनीति हो रही है, लेकिन हम जातिवाद को नहीं मानते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा कसकर लात। बता दें कि जातिवाद को लेकर देश में हमेशा राजनीति होती रही है, तो समय-समय पर देखी भी जा सकती है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वाला हूं, ये हमने पहले ही बताया दिया है। हमारे निर्वाचन क्षेत्र में 40 फीसदी मुसलमान हैं। मै पहले ही कहा है कि मतदान करने से पहले ही सोच लो ताकि बाद में किसी को पछताना न पड़े। उन्होंने आगे कहा कि मुझे जो भी वोट देगा उसका भी काम करूंगा और जो नहीं देगा, उसका भी काम करूंगा। उन्होंने जातिवाद की राजनीति को लेकर भी करारा प्रहार किया। उनहोंने कहा कि हम जातिवाद को नहीं मानते हैं।
इसी साल होंगे विधानसभा चुनाव
बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां अक्टूबर-नवंबर में 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होंगे, क्योंकि नवम्बर में विधानसभा का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। बीते चुनाव में बीजेपी 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वहीं, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें ही मिली थीं। चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई थी और एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे।
शिवसेना और एनसीपी में हुई थी टूट
इसके बाद जून 2024 में शिवसेना में आंतरिक कलह देखने को मिली थी। एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 40 विधायकों को तोड़ लिया था और वह भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से मुख्यमंत्री बने गए। वहीं, शरद पवार की एनसीपी में भी कलह देखने को मिली थी। इसके बाद शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी अजीत पवार गुट में बंट गई थी।