भारत में बंद होंगे डीजल वाहन! आखिर नितिन गडकरी क्यों चाहते हैं डीजल वाहन पर 10% अतिरिक्त GST?

Nitin Gadkari: गडकरी ने कहा कि मैंने पहले ही एक पत्र का मसौदा तैयार कर लिया है और मैं आज शाम वित्त मंत्री से मिल रहा हूं। करों को इस हद तक बढ़ा दूंगा कि डीजल वाहन बेचना मुश्किल हो जाएगा। वहीं, गडकरी के इस बयान के बाद ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है।

Written By :  Viren Singh
Update:2023-09-12 14:09 IST

Nitin Gadkari (सोशल मीडिया) 

Nitin Gadkari: भारत में इलेक्ट्रिक, हाइड्रोजन और एथनॉल से चलने वाले कारों और वाहनों को सरकार काफी बढ़ावा दे रही है। हालांकि देश में इलेक्ट्रिक वाहन पहले चल रहे हैं और अब देश में हाइड्रोजन और एथनॉल ईंधन से चलने वाली कारें भी भारतीय बाजार में आ गई हैं। ऐसे में हाइड्रोजन और एथनॉल ईंधन से चलने वाली कारों का देशन में चलन जल्द से जल्द बढ़े, इसको लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से एक बड़ा एक्सन लेने की मांग की है। गड़करी ने कहा कि मैंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए डीजल इंजन वाहनों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त जीएसटी लगाने का आग्रह किया है।

गड़करी का यह वक्तव्य बाहर आते ही, शेयर बाजार में ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों ने गोता लगा दिया। ऐसे में अगर वित्त मंत्रालय केंद्रीय परिवहन मंत्री इस विचार का मना लेती है तो देश में डीजल वाहन काफी महंगे हो जांएगे और इस संभावना को भी बल मिलने लगा है कि शादय देश में डीजल वाहन की बिक्री प्रतिबंध कर दिया जाए।

अतिरिक्त GST पर शाम को वित्त मंत्री से होगी मुलाकात

मंगलवार को नई दिल्ली में 63वें सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के वार्षिक सम्मेलन शामिल होते हुए गडकरी ने कहा कि मैं वित्त मंत्री से डीजल इंजन/वाहनों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत जीएसटी लगाने का अनुरोध कर रहा हूं, डीजल वाहनों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने का यही एकमात्र तरीका है। गडकरी ने यह भी कहा कि मैंने पहले ही एक पत्र का मसौदा तैयार कर लिया है और मैं आज शाम वित्त मंत्री से मिल रहा हूं। करों को इस हद तक बढ़ा दूंगा कि डीजल वाहन बेचना मुश्किल हो जाएगा।

गडकरी ने दी वाहन निर्माता कंपनियों को चेतावनी

मंत्री ने ऑटोमोबाइल कंपनियों को चेतावनी दे है कि देश की ऑटोमोबाइल कंपनियां डीजल वाहन के प्रोडेक्शन को कम करने पर ध्यान अभी से दें, वरना सरकार इस पर टैक्स इतना बढ़ा देगी कि कंपनियों के लिए डीजल गाड़ियां बेचना मुश्किल हो जाएगा। मंत्री ने कहा कि कंपनियां डीजल वाहनों का उत्पादन कम करें वरना मैं टैक्स बढ़ा दूंगा।

अब इस ईंधन पर देनी होगी सर्वोच्च प्राथमिकता

गडकरी ने जैव ईंधन और वैकल्पिक ईंधन पर बढ़ते फोकस पर जोर देते हुए कहा कि भारत को जैव ईंधन और वैकल्पिक ईंधन सर्वोच्च प्राथमिकता अब देनी होगी। देश जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत 89 प्रतिशत कच्चे तेल का आयात करता है, जो एक महत्वपूर्ण चुनौती है। इसलिए पीएम मोदी ने वैकल्पिक और जैव ईंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

केंद्रीय मंत्री ने ऑटो इंडस्ट्री से पूछा सवाल

नितिन गडकरी ने ऑटो इंडस्ट्री से यह भी पूछा कि इथेनॉल से बसें और ट्रक क्यों नहीं चल सकतीं? उन्होंने वैकल्पिक ईंधन और ईवी पर अपना ध्यान बढ़ाने के लिए उद्योग की सराहना भी की।

लुढ़के ऑटोमोबाइल कंपनी के शेयर

गडकरी ने इस बायन के बाद मंगलवार को शेयर बाजार में सूचीबद्ध ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयर में गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान बीएसई पर टाटा मोटर्स के शेयर 2.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 618.05 रुपये पर कारोबार कर रहा था। एमएंडएम के शेयर 2.88 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,536.55 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। वहीं, स्वराज इंजन और अशोक लीलैंड के शेयर 3 फीसदी तक टूटे। अशोक लीलैंड 178.30 रुपये पर और स्वराज इंजन 2071.45 रुपये पर कारोबार कर रहा है।

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