Twin Tower Demolition: धुंए का उठेगा गुबार, आस-पास के फ्लैट्स की चटक सकती हैं खिड़कियां
Twin Tower Demolition: सुपरटेक ट्विन टावर एपेक्स और सियान कुछ घंटों में जमींदोज हो जाएगा। यह 200 करोड़ रुपए की भारी-भड़कम लागत से तैयार हुआ है। इन इमारतों को 10 सेकेंड से भी कम समय में ध्वस्त किया जाएगा।
Supertech Twin Towers : नोएडा (Noida) के सुपरटेक ट्विन टावर एपेक्स और सियान को परसों यानी रविवार 28 अगस्त को जमींदोज कर दिया जाएगा। 200 करोड़ रुपए की भारी-भड़कम लागत से तैयार हुए इन दोनों इमारतों को 10 सेकेंड से भी कम समय में ध्वस्त कर दिया जाएगा। 28 अगस्त की दोपहर 2:30 बजे इस कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।
आपको बता दें कि, सुपरटेक ट्विन टावर की ऊंचाई कुतुब मीनार से भी ऊंची है। इसलिए इमारत का डिमोलिशन करने वाली कंपनी एडिफिस का दावा है कि भारत में पहली बार इतनी ऊंची किसी इमारत का ध्वस्तीकरण हो रहा है। इन टावरों को ध्वस्त करने का ठेका एडिफिस इंजीनियरिंग और साउथ अफ्रीकी कंपनी जेट डेमोलिशन को मिला है। दोनों को इस क्षेत्र में कार्य करने का पुराना अनुभव में है। दोनों टावरों के 10 हजार प्वाइंट्स में 3500 किलो बारूद लगाए गए हैं। टावरों को गिराने में किसी तरह का नुकसान न हो, इसके लिए सुरक्षा घेरे को सात अलग-अलग जोन में बांटा गया है।
ब्लास्ट के दौरान हिल जाएगी आसपास की इमारतें
ट्विन टावर में धमाके से उत्पन्न होने वाले कंपन का सर्वे एक ब्रिटिश कंपनी ने किया है। इसके मुताबिक, विस्फोट के बाद 10 मीटर की दूरी तक जमीन के कंपन का स्तर 22 मिमी से 34 मिमी प्रति सेकंड होगा। 40 मंजिला ट्विन टावर के धराशायी होने से जो धुल का गुबार उठेगा, वह करीब 60 मंजिल ऊपर तक जाएगा। जोरदार धमाके से फ्लैट्स के दरवाजे और खिड़कियां भी चटक सकती है। हालांकि, राहत भरी बात ये है कि यहां आसपास बनी इमारत रिएक्टर स्केल 5 तीव्रता तक का झटका झेल सकती है।
हजारों लोगों को छोड़ना होगा घर
डिमोलिशन से पहले टावर्स के आसपास के तकरीबन 7 हजार लोगों को अपना घर छोड़कर जाना होगा। पुलिस प्रशासन का कहना है कि विस्फोट से पहले एमराल्ड के 14 टावरों में 660 फ्लैट और एटीएस में 736 फ्लैट बने हैं। इन फ्लैटों में रह रहे लोगों को सामान छोड़कर कुछ समय के लिए अन्य जगहों पर जाना होगा। 100 मीटर के दायरे में बेसमेंट और सरफेस पार्किंग भी खाली रहेंगे।
आधे घंटे बंद रहेगा नोएडा एक्सप्रेस- वे
रविवार को यानी ध्वस्तीकरण के दिन टावर से आसपास 500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। केवल ट्रैफिक संभालने के लिए 150 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। 28 अगस्त को नोएडा एक्सप्रेस- वे को आधे घंटे के लिए बंद करने की भी योजना है।