Mamata Mohanta: BJD को लगा बड़ा झटका, सांसद ममता मोहंता का राज्यसभा से इस्तीफा, BJP में हो सकती हैं शामिल
Mamata Mohanta: मोहंता ने बीजू जनता दल से इस्तीफे के संबंध में पार्टी के अध्यक्ष और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र भी लिखा है।
Mamata Mohanta: ओडिशा में बीजू जनता दल को बड़ा झटका लगा है। पार्टी की वरिष्ठ नेता ममता मोहंता ने राज्यसभा और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उनका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है। अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि काफी सोच समझ कर उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। उनके जल्द ही भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
बीजू जनता दल से दिया इस्तीफा
मोहंता ने बीजू जनता दल से इस्तीफे के संबंध में पार्टी के अध्यक्ष और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र भी लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि पार्टी में उनकी और उनके समुदाय के लोगों की सेवा की कोई आवश्यकता नहीं रह गई है। ऐसी स्थिति में पार्टी में बने रहने का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने ओडिशा से जुड़े मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने और मयूरभंज के लोगों की सेवा करने का मौका देने के लिए आभार भी जताया है। मोहंता का इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव से पहले भी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस्तीफा दे चुके हैं।
राज्यसभा से इस्तीफा मंजूर
राज्यसभा से मोहंता का इस्तीफा मिलने के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मुझे पत्र लिखकर राज्यसभा में अपनी सीट से इस्तीफा देने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि मैं इसे संवैधानिक रूप से उचित मानता हूं। उन्होंने कहा कि ओडिशा से राज्यसभा सांसद मोहंता का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है।
मोहंता के इस्तीफे के साथ ही राज्यसभा में बीजू जनता दल की ताकत भी कमजोर हो गई है। अब पार्टी के राज्यसभा में सिर्फ आठ सांसद रह गए हैं जबकि लोकसभा में पार्टी का कोई भी प्रतिनिधित्व नहीं है।
भाजपा में शामिल होने की अटकलें
बीजू जनता दल से मोहंता के इस्तीफे के बाद उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि वे जल्द ही पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकती हैं। भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मोहंता को उनके द्वारा खाली गई सीट पर फिर से उतारा जा सकता है।
हालांकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल, वरिष्ठ नेता दिलीप रे और समीर दास के नाम भी चर्चाओं में है। जानकारों का कहना है कि मोहंता के भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी हाईकमान की ओर से इस बाबत आखिरी फैसला लिया जाएगा।
बीजू जनता दल का विश्वासघात का आरोप
दूसरी ओर बीजू जनता दल ने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी की ओर से साजिश रच कर मोहंता से इस्तीफा दिलवाया गया है। विधानसभा में विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी ने राज्यसभा में खुद को ताकतवर बनाने के लिए यह साजिश रची है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने मयूरभंज और मोहंता समुदाय को प्रतिनिधित्व देने के लिए ममता मोहंता को राज्यसभा भेजा था मगर उन्होंने अपने समुदाय और मयूरभंज के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में दरकिनार किए जाने के ममता मोहंता के आरोपों में कोई दम नहीं है।
भाजपा प्रत्याशी का चुना जाना तय
ओडिशा में पिछले विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की ताकत बढ़ गई है। मौजूदा समय में भाजपा के पास 78 विधायकों की ताकत है। बीजू जनता दल के पास 51 और कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं। तीन विधायक निर्दलीय और एक माकपा का है। ऐसे में ममता मोहंता की खाली की गई सीट पर भाजपा की जीत तय मानी जा रही है।