Manu Bhaker: भारत लौट आईं मनु भाकर, एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत, सेल्फी लेने की मची होड़; बेटी पर पूरे देश को गर्व, Video
Manu Bhaker: भाकर के साथ तस्वीर खिंचाने को लेकर एयरपोर्ट पर होड़ दिखी। लोगों की बेताबी को देखते हुए उन्हें वीआईपी गेट से बाहर निकाला गया, जहां से आमतौर पर क्रिकेट खिलाड़ियों को छोड़कर सभी आगमन के सामान्य गेट से ही निकलते हैं।
Manu Bhaker Welcome Ceremony: शूटिंग में दुनिया भर में भारत का मान बढ़ाने वाली भारत की डबल मेडल विजेता निशानेबाज मनु भाकर पेरिस ओलंपिक-2024 में ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद अपने वतन लौट आई हैं। बुधवार को मुन भाकर और अपने कोच जसपाल राणा के साथ भारत लौटीं। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट मनु भाकर और उनके कोच का जोरदार स्वागत हुआ। उन्हें लेने के लिए उनके माता-पिता एयरपोर्ट पर आए थे।पिता ने कहा कि दो पदक जीतकर मनु ने जो उपलब्धि हासिल की है, वह किसी भी माता-पिता के लिए गर्व की बात है।
सेल्फी खिंचाने की दिखी लोगों में होड़
मनु भाकर जैसी ही टर्मिनल 3 के वीआईपी गेट से बाहर आईं तो वहां मौजूद पहले से फैन्स ने उन्हें और उनके कोच को जोरदार स्वागत कते हुए फूल मालाओं से लाद दिया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने मनु के स्वागत में जमकर नारेबाजी की। ढोल की थाप पर लोग जश्न मनाते और नाचते हुए दिखाई दिए। मनु भाकर और उनके कोच जसपाल राणा भी लोगों के खुश होते हुए दिखाई दिए। दिल्ली एयरपोर्ट पर मनु भाकर का स्वागत करने के लिए भारी संख्या लोग दिखाई दिये। एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही मनु भाकर का जमकर स्वागत हुआ है और इस दौरान उन्होंने पेरसि ओलंपिक में जीते गए दोनों ब्रॉन्ज मेडल मीडिया को दिखाए हुए प्रसन्न मुद्रा में दिखाई दीं। भाकर के साथ तस्वीर खिंचाने को लेकर एयरपोर्ट पर होड़ दिखी। लोगों की बेताबी को देखते हुए उन्हें वीआईपी गेट से बाहर निकाला गया, जहां से आमतौर पर क्रिकेट खिलाड़ियों को छोड़कर सभी आगमन के सामान्य गेट से ही निकलते हैं।
इस स्पर्धा में मनु ने जीते मेडल
बता दें कि मनु भारक ने पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था, जो कि भारत का पहला मेडल था। इसके बाद वह 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में भी उन्होंने कांस्य पदक जीता था, इस दौरान उनके साथ सरबजोत सिंह थे। 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक की जीत की उपलब्धि हासिल करते ही मनु भाकर ने इतिहास रच दिया। वह एक ही ओपंलिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं, जो कि आजाद भारत के बाद ओलंपिक इतिहास में ऐसा कोई भारतीय एथलीट नहीं कर पाया। मनु भाकर एक और इतिहास रचने जा रही थीं, जो कि एक ही ओलंपिक में तीन मेडल जीतने का था, लेकिन वह महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में वह मामूली अंतर से चूक गईं और इस स्पर्धा के फाइनल में वह चौथे स्थान पर रह गईं।
12 साल का इंतजार खत्म
हालांकि मनु भाकर ने शूटिंग में भारत के 12 साल के लंबे सूखे इंतजार को खत्म किया और पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक अपने नाम किए। वह भले ही पेरिस ओलंपिक में तीन मेडल जीतने सफल न हो पाई हो, लेकिन उसके बाद भी हर भारतीय को अपने शूटर मनु भारक पर नाज है। उन्होंने इतिहास रचा है। वह भारत की पहली ऐसी महिला शूटर हैं, जिन्होंने एक ही ओलंपिक में दो पदक अपने नाम किए।