Opposition Meeting:'अनस्टेबल PM कैंडिडेट', बेंगलुरु में लगे नीतीश कुमार के खिलाफ पोस्टर,बिहार में गिरे ब्रिज का भी जिक्र

Opposition Meeting:इन पोस्टरों और बैनरों में नीतीश कुमार को अनस्टेबल प्राइम मिनिस्टर उम्मीदवार बताया गया है। इसके साथ ही बिहार में हाल में गिरे ब्रिज की तस्वीर भी लगाई गई है।

Update: 2023-07-18 05:04 GMT
Opposition Meeting (photo: social media )

Opposition Meeting: बेंगलुरु में विपक्षी दलों के दिग्गज नेताओं की महाजुटान के बीच शहर के कई इलाकों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों और बैनरों में नीतीश कुमार को अनस्टेबल प्राइम मिनिस्टर उम्मीदवार बताया गया है। इसके साथ ही बिहार में हाल में गिरे ब्रिज की तस्वीर भी लगाई गई है।

बेंगलुरु के चालुक्य सर्कल, विंडसर मैनर ब्रिज और हेब्बाल के पास एयरपोर्ट रोड पर ये पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है और अभी तक एक इलाके से पोस्टर हटाया जा चुका है।

नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता के सूत्रधार

विपक्षी दलों की एकजुटता में नीतीश कुमार की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है। उन्हें विपक्ष की एकजुटता का सूत्रधार माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने पिछले साल से ही दिशा में काम करना शुरू कर दिया था। विपक्षी एकजुटता के लिए नीतीश कुमार ने दिल्ली के साथ ही कई प्रदेशों का दौरा भी किया और क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ मुलाकात करके उनसे एक मंच पर आने की अपील की थी। नीतीश कुमार की इन कोशिशों का नतीजा पटना के बैठक के रूप में दिखा था।

विपक्षी दलों की एकजुटता के सिलसिले में पहली बैठक पटना में गत 23 जून को हुई थी। इस बैठक में 15 विपक्षी दलों के दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया था और बैठक के दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव में मिलकर लड़ने का ऐलान किया गया था। इसी के साथ आगे भी भेंट-मुलाकात का सिलसिला जारी रखने का फैसला किया गया था। इसी के तहत अब बेंगलुरु में विपक्षी दलों की महाजुटान हुई है।

बेंगलुरु में नीतीश कुमार के खिलाफ लगे पोस्टर

बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक में 26 दलों के नेता हिस्सेदारी हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं। इस बैठक के दौरान बेंगलुरु की सड़कों पर लगे पोस्टर में नीतीश कुमार को निशाना बनाने की कोशिश की गई है। पोस्टर और बैनर में नीतीश कुमार को अनस्टेबल प्राइम मिनिस्टर उम्मीदवार बताया गया है। पोस्टर पर किसी पार्टी या राजनेता का नाम नहीं लिखा हुआ है।

पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए चालुक्य सर्कल से पोस्टर और बैनर हटा दिया है। इस पोस्टर में भागलपुर ब्रिज के दो बार गिरने की तारीख का उल्लेख भी किया गया है। माना जा रहा है कि इसके जरिए नीतीश कुमार की दावेदारी को कमजोर बनाने की कोशिश की गई है।

अपनी दावेदारी को खारिज कर चुके हैं नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद को कई बार प्रधानमंत्री पद की दौड़ से बाहर बता चुके हैं। हालांकि जदयू के अन्य नेता उन्हें प्रधानमंत्री पद का उपयुक्त उम्मीदवार बताते रहे हैं। पटना की सड़कों पर भी इस तरह के बैनर और पोस्टर कई बार देखे गए हैं जिनमें नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बताया गया है। जदयू के कार्यकर्ता भी कई बार नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बताते हुए नारेबाजी करते रहे हैं।

अब बेंगलुरु बैठक के दौरान नीतीश कुमार को निशाना बनाने की कोशिश की गई है। हालांकि अभी तक इस संबंध में विपक्ष के किसी नेता ने कोई बयान नहीं दिया है।

बेंगलुरु में आज विपक्षी दलों की महत्वपूर्ण बैठक के दौरान 2024 की सियासी जंग को लेकर चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी। इस बैठक को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दूसरी ओर भाजपा ने राजधानी दिल्ली में एनडीए की बैठक बुलाई है। इन दोनों बैठकों को सत्ता पक्ष और विपक्ष के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।

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