Mass Layoffs 2023: नौकरीपेशा वर्ग के लोगों के लिए साल 2023 की शुरूआत रही डरावनी, सैंकड़ों कंपनियों में हुई छंटनी

Mass Layoffs 2023: छंटनी का ये सिलसिला पिछले साल के अंत में ही शुरू हो गया था लेकिन 2023 के आते-आते इसने विकराल रूप अख्तियार कर लिया है।

Update: 2023-02-12 15:27 GMT

Mass Layoffs 2023 (Social Media)

Mass Layoffs 2023: कोरोना महामारी के दो कठिन सालों में जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई करना जल्द मुश्किल है। महामारी का दौर खत्म होने के बाद भी जटिल आर्थिक हालात कायम हैं और दुनिया में फिर से मंदी के आने की भविष्यवाणी हो रही है। मंदी की आहट के बीच कंपनियां थोक के भाव में अपने यहां छंटनी कर रही है। छंटनी का ये सिलसिला पिछले साल के अंत में ही शुरू हो गया था लेकिन 2023 के आते-आते इसने विकराल रूप अख्तियार कर लिया है।

दुनिया की सैंकड़ों कंपनियां बड़ी संख्या में लोगों को काम से निकाल रही हैं। सबसे हैरान और परेशान कर देने वाली बात ये है कि इन कंपनियों में दुनिया की वो दिग्गज कंपनियां भी शामिल है, जिसका बाजार पूंजीकरण कई देशों की इकोनॉमी से भी काफी बड़ा है। हम बात कर रहें हैं गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और मेटी जैसी कंपनियों के बारे में। नौकरीपेशा वर्ग के लोगों के बीच आकर्षक पैकेज के लिए मशहूर इन कंपनियों ने हजारों की संख्या में अपने कर्मचारियों को पिंक स्लिप थमाए हैं।

1 लाख से अधिक लोगों की गई नौकरी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2023 में फरवरी तक 332 टेक कंपनियों ने दुनियाभर में 1 लाख से अधिक लोगों की नौकरियां छिनी है। दिलचस्प बात ये है कि कोरोना महामारी के दौरान जब दुनिया के तमाम कंपनियां धराशायी हो रही थीं, तब इन टेक कंपनियों ने थोक के भाव में लोगों को रोजगार दिया था। टेक सेक्टर में काम करने वाले महामारी और लॉकडाउन के प्रभाव से अछूते रहे। लेकिन आज के दौर में जब सब कुछ सामान्य हो चुका है, तब यही टेक कंपनियां बड़े पैमाने पर नौकरियां खत्म कर रही हैं। layoffs.fyi के अनुसार, दुनियाभर में नौकरी गंवाने वालों की संख्या 1,00,746 है।

सबसे ज्यादा छंटनी करने वाली कंपनी

साल 2023 का पहला महीना यानी जनवरी नौकरीपेशा वर्ग के लोगों के लिए काफी डरावना रहा। सबसे ज्यादा नौकरियां इसी महीने में गई। दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल ने सबसे बड़ी छंटनी को अंजाम दिया है। गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने 12 हजार लोगों को नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद स्थान आता है माइक्रोसॉफ्ट का, जिसने 10 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। जेफ बेजोस की अमेजन भी पीछे नहीं है, महामारी के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों को हायर करने वाली इस कंपनी ने 8 हजार लोगों को पिंक स्लिप थमाया है।

बता दें कि पिछले दिनों नेशनल एसोसिएशन फॉर बिजनेस इकोनॉमिक्स (एनएबीई) ने इस साल व्यापक मंदी की चिंता जताई थी। एनएबीई का मानना है कि इस साल खासतौर पर टेक कंपनियों में 50 फीसदी से ज्यादा छंटनी होगी। 

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