आतंकियों की भर्ती: शुरू हुई ऑनलाइन प्रक्रिया, पाकिस्तान से रची जा रही साजिश
जम्मू कश्मीर में आतंकियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दावा किया है कि घाटी के युवाओं का ब्रेन वाश कर उन्हें आतंकी बनाने की साजिश रची जा रही है।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन आल आउट के कारण ये साल आतंकियों का काल बन गया है। लगातार हो रही कार्रवाई से घाटी में आतंकियों की संख्या कम हो गयी , वहीं पाकिस्तान और आतंकी संगठन जम्मू कश्मीर में सक्रिय रहने के लिए सीमा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे। हालाँकि सेना से भी इन कोशिशों को लगातार नाकाम कर रही है। लेकिन आतंकियों के आकाओं के मंसूबे पूरे न होने पर अब उन्होने घाटी पर आतंकियों की भर्ती की प्रक्रिया शुरु की।
आतंकियों की ऑनलाइन भर्ती
दरअसल, जम्मू कश्मीर में आतंकियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दावा किया है कि घाटी के युवाओं का ब्रेन वाश कर उन्हें आतंकी बनाने की साजिश रची जा रही है। इसके लिए पाकिस्तान पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया और इंटनेट का गलत इस्तेमाल घाटी के युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काने में कर रहा है। वहीं जब ये युवा उत्तेजित हो जाते हैं तो इन्हे हथियार मुहैया कराये जाते हैं। इसके लिए सीमा से लगी पहाड़ियों से हथियार फेंके जाते हैं,ताकि आतंकियों के समर्थक उस असलहे को नए आतंकी बने युवाओं तक पहुंचा सकें।
युवाओं को सीमा पार से कराये जाते हैं हथियार मुहैया
हाल ही में सुरक्षाबलों के हाथ सीमा पार से भेजे जाने वाले इन हथियारों के कई कन्साइनमेंट लगे चुके हैं। बता दें कि जम्मू में दो बार ड्रोन के जरिए पुलिस ने हथियार बरामद किये। इसके अलावा जम्मू कश्मीर के राष्ट्रीय राजमार्ग और काजीगुंड से भी हथियारों का जत्था बरामद किया।
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कश्मीर में तकरीबन 189 आतंकियों की मौत
गौरतलब है कि इस साल अब तक कश्मीर से तकरीबन 189 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मौत के घाट उतार दिया है। इनमे से लगभग 28 आतंकी कमांडर थे। वहीं आतंकियों के इशारों पर काम करने वाले 100 से ज्यादा ओजीडब्ल्यू की भी घाटी से गिरफ्तारी कर सुरक्षाबलों ने आतंक पर लगाम लगाई और कामयाबी हासिल की।
सोशल मीडिया के जरिये घाटी के युवाओं की आतंकी भर्ती
आतंक विरोधी अभियान की सफलता से पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया है। दवा किया जा रहा है कि कश्मीर में बेहद कम आतंकी बचे हैं, घुसपैठ की कोशिशें नाकाम हो रही हैं। इसीलिए पाकिस्तान सोशल मीडिया के जरिये घाटी में बसे युवाओं की ही भर्ती आतंकी के तौर पर करने की कोशिश में हैं।
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