CAA पर बढ़ी रार! केजरीवाल के घर के बाहर हिंदू शरणार्थियों का प्रदर्शन, CM ने पूछा- पाकिस्तानियों को इतना सम्मान?
Hindu Migrants Protest: अपने आवास के बाहर प्रदर्शन को देखकर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने किसान आंदोलन की दुहाई देते हुए तंज कसा।
Hindu Migrants Protest: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से आए शरणार्थियों (Refugees from Pakistan) ने गुरुवार (14 मार्च) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के घर के बाहर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। शरणार्थियों ने जमकर नारेबाजी की। विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि, केजरीवाल ने Citizenship Amendment Act कानून के खिलाफ भ्रामक बयान दिया है। जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
वहीं, अपने आवास के बाहर प्रदर्शन को देखकर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर हमला बोला। किसान आंदोलन की दुहाई देते हुए उन्होंने केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास किया।
'किसानों को दिल्ली आने की इजाजत नहीं, मगर...'
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, 'पाकिस्तानियों को पूरी पुलिस सुरक्षा और सम्मान के साथ मेरे घर के बाहर प्रदर्शन करने की इजाजत है लेकिन इस देश के किसानों को दिल्ली में आने की भी इजाजत नहीं? भारत के किसानों पर आंसू गैस के गोले, लाठियां, डंडे और गोलियां चलाई गईं और पाकिस्तानियों को इतना सम्मान?'
...तो नौकरी कहां से देंगे?
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने CAA पर गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) के बयान का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, 'नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) देश के लिए खतरनाक है। इससे बेरोजगारी बढ़ेगी। बाहर के लोग आएंगे, तो नौकरी कहां से देंगे? अरविंद केजरीवाल ने ये भी कहा कि, रोहिंग्या (Rohingya) आपकी वजह से आए। सीएए की वजह से 1947 से बड़ा पलायन होगा।'
'भारत के लोगों के लिए पैसा नहीं..'
आपको बता दें, अरविंद केजरीवाल ने सीएए को लेकर केंद्र सरकार पर पहले भी सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा, 'भारत के लोगों के लिए पैसा नहीं है। ये पाकिस्तान के लोगों को यहां बसाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, जिन देशों को प्रधानमंत्री नागरिकता देने की बात कह रहे हैं, उन देशों में ढाई से तीन करोड़ अल्पसंख्यक हैं। यही बीजेपी की वोट बैंक की राजनीति है। केजरीवाल बोले, अगर भारत में इतने लोग आएंगे तो उन्हें रोजगार सरकार कैसे देगी? पीएम सिर्फ अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।