Parliament Security Breach: एक दिन पहले बने पास... इंडिया गेट पर मिल की बैठक, एक-दूसरे को समझाई रणनीति और फिर संसद में एंट्री
Parliament Security Breach: संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी आरोपी अब पुलिस की कस्टडी में हैं। पुलिस इनसे बारीकी से पूछताछ कर रही है। ये आरोरी करीब नौ महीने पहले मिले थे और अपना विरोध प्रदर्शित करने के लिए इन्होंने संसद का उपयोग करने का निर्णय लिया। मार्च में बजट सत्र के दौरान मनोरंजन विजिटर पास के जरिये संसद भवन के अंदर प्रवेश किया और रेकी की।
Parliament Security Breach: संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों ने इससे पहले पूरी प्लानिंग की थी। आरोपियों की साजिश संसद हमले की बरसी वाले दिन 13 दिसंबर को हंगामा करने की नहीं थी। वे 14 दिसंबर को हंगामा करना चाहते थे, लेकिन संसद के अंदर जाने का पास उन्हें 13 दिसंबर का मिल गया। इससे बरसी वाले दिन ही आरोपियों ने संसद के अंदर और बाहर हंगामा किया।
आरोपियों को उम्मीद थी कि पास 14 दिसंबर को मिलेंगे, क्योंकि सांसद के पीए ने इसी तारीख का उनसे वादा किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपियों से पूछताछ के बाद जो रिपोर्ट तैयार की है, उसमें कहा गया है कि 10 दिसंबर की रात सागर, नीलम और अमोल गुरुग्राम में विशाल उर्फ विक्की (मनोरंजन का दोस्त) के घर पहुंचे। वहीं देर रात ललित झा आया और अगली सुबह मनोरंजन फ्लाइट से आया था। संसद में प्रवेश के लिए पास की व्यवस्था करने के लिए तीन रात और दो दिन गुरुग्राम में रुके। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 13 दिसंबर को विजिटर पास लेने के लिए गुरुग्राम से दिल्ली रवाना हुए। सागर ने उसी दिन सुबह 9 बजे सांसद के पीए से 18, महादेव रोड पर पास एकत्र किए और लगभग 10 बजे सदर बाजार पहुंचा। वहां से दो तिरंगे खरीदे। इसके बाद वह अन्य आरोपियों से मिलने इंडिया गेट वापस पहुंचा। नीलम, मनोरंजन, ललित और अमोल शिंदे गुरुग्राम से कैब से आए और इंडिया गेट पर इनकी सागर से मुलाकात हुई।
आधे घंटे तक की मीटिंग-
सभी ने यहां आधे घंटे तक बकायदा मीटिंग की। मीटिंग में तय हुआ कि सागर और मनोरंजन स्मोक केन लेकर संसद में प्रवेश करेंगे। इनको पीले व लाल रंग का एक-एक स्मोक केन दिया, जिसे जूतों के नीचे बनाई जगह में छिपा लिया। वहीं नीलम, अमोल और ललित झा ने संसद के बाहर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों ने स्मोक केन को जलाने के साथ जूतों से पर्चे भी निकालकर फेंके थे।
पुलिस कर रही हैं इनके इन दावों की जांच-
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों की मुलाकात सोशल मीडिया फेसबुक भगत सिंह फैन पेज से हुई थी। आरोपियों ने दावा किया कि वे करीब डेढ़ साल पहले सामाजिक मुद्दों को एकल माध्यम से उठाने के लिए मैसूरू में मिले थे। अब पुलिस इनके इस दावे की सच्चाई का पता कर रही है।
सभी मेट्रो स्टेशन पर मिले
सागर लखनऊ से दिल्ली के लिए निकला और गोमती एक्सप्रेस से दिल्ली पहुंचा। वह ट्रेन से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उतरा। वहीं एक घंटे बाद अमोल महाराष्ट्र से और नीलम हरियाण के हिसार के उचाना से वहां आ गई। सभी मेट्रो स्टेशन पर मिले।
इंडिया गेट पर आधे घंटे तक बैठक की
नीलम, मनोरंजन, ललित और अमोल गुरुग्राम से कैब से दिल्ली आए और इंडिया गेट पर सागर का इंतजार करने लगे। इन सभी ने इंडिया गेट पर आधे घंटे तक बैठक की। यहीं पर इन्होंने हंगामे की पूरी साजिश रची।
गुरुग्राम भी ले जाएगी पुलिस
स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक, सत्र चलने की वजह से गिरफ्तारी के बाद स्पेशल सेल की टीम सीन रीक्रिएट नहीं कर पाई है लेकिन अब टीम कोशिश कर रही है कि जल्द ऐसे समय में सीन रीक्रिएट किया जाए, जब सत्र न चल रहा हो। हालांकि पुलिस के पास एक हफ्ते का समय और सूत्रों के मुताबिक ऐसा भी संभव है कि टीम शनिवार या रविवार के दिन सीन रीक्रिएट करे, क्योंकि उस दिन सत्र नहीं चलता। सूत्रों के मुताबिक स्पेशल सेल की टीम आरोपियों को गुरुग्राम के उस फ्लैट पर भी लेकर जाएगी जहां ये लोग मिले थे।
बजट सत्र के दौरान संसद के अंदर की थी रेकी
सभी आरोपी करीब नौ महीने पहले मिले थे। इन्होंने अपना विरोध प्रदर्शित करने के लिए संसद का उपयोग करने का निर्णय लिया। मार्च में बजट सत्र के दौरान मनोरंजन विजिटर पास के जरिये संसद भवन के अंदर गया और रेकी की। जुलाई में सागर दिल्ली आया, मगर उसे संसद में जाने का मौका नहीं मिला। संसद में प्रवेश किए बिना वह लखनऊ वापस चला गया।