पटना : पटना के गांधी मैदान में लालू की 'भाजपा भगाओ-देश बचाओ’ रैली कुछ ही देर में शुरू होने वाली है। रैली में लालू प्रसाद यादव अपनी ताकत दिखाएंगे । मैदान में राजद समर्थक लाखो की संख्या में लगातार पहुँच रहे है । मंच पर लालू के पूरे परिवार के साथ जेडीयू नेता शरद यादव, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ,कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद और ममता बनर्जी भी पहुंचे चुकी है । तजस्वी यादव मंच से नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि सर्जन घोटाले का पाप छुपाने के लिए उन्होंने बीजेपी से हाँथ मिलाया है।
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बिहार में राजद के सत्ता से बेदखल होने और सीबीआई के द्वारा लालू के परिवार में छापेमारी के बाद पूरे देश की नजरें इस रैली पर टिकी हुई है । जदयू के बागी शरद यादव के अगले कदम का भी इंतजार किया जा रहा है ।
रैली लाइव अपडेट
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव मंच से बोलें:
-ये बिहार के 11 करोड जनता की आवाज है ।
-यूपी की जनता इस आवाज का पूरा साथ देगी ।
-पूरा गांधी मैदान भरा है ।
-सडकों पर भी लोग नेताओं को सुन रहे हैं ।
-गुगल पर इस भीड को देख डर जाएगी बीजेपी।
-डिजिटल इंडिया बनाना चाहती है बीजेपी।
-बताए क्या फर्क आया जबकि सरकार बने तीन साल से ज्यादा हो चुके हैं ।
-बीजेपी के वादे ,नारे को जनता समझ गई है।
-केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद सबसे ज्यादा दुखी किसान हुआ है ।
-किसानों ने बडी उम्मीद के साथ बीजेपी को वोट किया था ।
-मोदी सरकार ने देया से किया कोई वायदा पूरा नहीं किया ।
-जनता को ठगना भी राजनीतिक भ्रष्टाचार है।
-अच्छे दिन वाले अब न्यू इंडिया की बात करने लगे हैं ।
क्या कहा तेजस्वी ने:
-नीतिश कुमार आज भी मेरे चाचा हैं ।
-सृजन घोटाले के पाप को छुपाने के लिए नीतिश बीजेपी से मिल गए ।
-सृजन घोटाले से सुशील मोदी और नीतिश कुमार बच नहीं पाएंगे।
-दोनों को जेल की हवा खानी होगी ।
-बढ़ती लोकप्रियता से डर मेरे परिवार पर आयकर और ईडी के छापे डलवाए गए ।
-मेरे पिता,मां ,भाई ,बहन और बहनोई को वेबजह फंसाया गया ।
-ऐसे छापों से डरने वाले नहीं हैं ।
-मुझमें लालू प्रसाद यादव का खून है, जो आज तक किसी से नहीं डरे।
-मुझ पर लगे घोटाले का आरोप तो बहाना था नीतिश कुमार को तो बीजेपी के साथ जाना था।
-बीजेपी दंगा पार्टी है ,हिंदू मुसलमान को लडाना चाहती है ।
-जनता को ऐसी पार्टी से सावधान रहना है ।
-आने वाले चुनाव में ऐसे लोगों को हराना है ।
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लालू की रैली मंच पर पहुंचे राजनीतिक दलों के 21 नेता
जिन बड़े नेताओं के रैली में शामिल होने की सूचना मिली है उसमें शरद यादव (जदयू), पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (तृणमूल कांग्रेस), अखिलेश यादव (सपा), गुलाम नबी आजाद (कांग्रेस), सीपी जोशी (कांग्रेस), तारिक अनवर(एनसीपी), चौधरी जयंत सिंह (आरएलडी), सुधाकर रेड्डी (सीपीआइ), डी राजा (सीपीआइ), बाबू लाल मरांड़ी (जेबीएम), टीकेएस एलेनगोवन (डीएमके), के जोशमणि (के कांग्रेस), हेमंत सोरेन (जेएमएम), एनके प्रेमचंद्रन (आरएसपी), बदरूद्दीन अजमल (एआइयूडीएफ), जगमीत सिंह बरार(टीएमसी), किरणमय नंदा (सपा), अली मुहम्मद सागर (एनसी), अली अनवर(जेडीयू), बी हनुमंत राव (कांग्रेस) और डा दानिश अली (जेडीएस) शामिल हैं।
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