न्यूयॉर्क: पेप्सीको की सीईओ इंदिरा नूयी को ‘स्वीटी’ या ‘हनी’ बुलाया जाना पसंद नहीं है। उनका कहना है कि एक व्यक्ति के तौर पर महिलाओं का सम्मान किया जाना चाहिए और उन्हें इस तरह के स्वीटी, हनी जैसे नामों से संबोधित नहीं किया जाना चाहिए।
स्वीटी या हनी बुलाया जाना पसंद नहीं
-शुक्रवार को ‘न्यूयार्क टाइम्स’ के सहयोग से आयोजित ‘वुमेन इन द वर्ल्ड’ शिखर सम्मेलन में इन्दिरा नूयी ने शिरकत की।
-नूयी ने कहा कि हमें अभी भी बराबरी का दर्जा मिलना बाकी है।
-मुझे स्वीटी या हनी बुलाया जाना पसंद नहीं है, लोग अभी भी मुझे अक्सर संबोधित करते हैं।
-हनी, स्वीटी, बेब जैसे संबोधनों के बजाय लोगों को हमसे एक कार्यकारी और सामान्य लोगों के तौर पर बर्ताव करना चाहिए, इसे बदलना होगा।
महिलाएं अन्य महिलाओं की मदद नहीं करतीं
-नूयी ने खेद जताते हुए कहा कि कार्यक्षेत्र में महिलाएं अन्य महिलाओं की मदद नहीं करतीं,
-जो कि उन्हें अधिक से अधिक करना चाहिए।
-उन्होंने महिलाओं से आपसी सहयोग को और मजबूत करने को कहा।
-नूयी ने इस पर भी ध्यान दिलाया कि महिलाएं अक्सर दूसरी महिलाओं से मिली जानकारियों और अनुभवों को सकारात्मक रूप से नहीं लेतीं।
-लेकिन, यही प्रतिक्रिया पुरुषों से मिलने पर लोग उसे स्वीकार करने से नहीं हिचकते।
बेटियों के साथ पर्याप्त समय नहीं बिताया
-नूयी ने कहा कि अपने पेशे और पारिवारिक जीवन के बीच सामंजस्य बैठाना उनके लिए आसान नहीं था।
-उन्होने कहा कि वैसे तो उन्हें अपने करियर को आगे बढ़ाने का कोई पछतावा नहीं है।
-लेकिन उनके दिल में इस बात का मलाल जरूर है कि वह अपनी बेटियों के साथ पर्याप्त समय नहीं बिता पाई।
मातृत्व-पितृत्व अवकाश को बढ़ाया जाए
-नूयी ने इस बात पर जोर दिया कि मातृत्व और पितृत्व अवकाश को 52 हफ्तों के लिए बढ़ाया जाना ही काफी नहीं है।
-क्योंकि बच्चा तब महज एक साल का ही होता है और अपने बच्चे को घर पर छोड़कर काम पर ध्यान लगाना कोई आसान काम नहीं है।