होगा बड़ा ऐलान: मध्यम वर्ग पर सरकार की नजर मिलेंगे ये फायदे
डायरेक्ट टैक्स कोड पर बनी समिति ने पर्सनल इनकम टैक्स की दरों में भी बदलाव का सुझाव दिया है ताकि टैक्स चोरी पर भी लगाम कसी जा सके । पर्सनल इनकम टैक्स की दरों के मामले में समिति ने 5, 10 और 20 फीसदी के तीन स्लैब की सिफारिश की है, जबकि अभी 5, 20 और 30 प्रतिशत की दर से इनकम टैक्स वसूला जाता है ।
नयी दिल्ली: इनकम टैक्स पेयर के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार टैक्स में बड़ी राहत दे सकती है। इस विषय के लिए बनी डायरेक्ट टैक्स कोड समिति ने मध्यम वर्ग से इनकम टैक्स का बोझ कम करने की सिफारिश की है। अगर ये सिफारिशें लागू होती हैं तो मध्यम वर्ग पर टैक्स का बोझ घटकर आधा हो सकता है। जिससे कि आम आदमी को बड़ी राहत मिल सकती है।
ये भी देखें : बर्थडे स्पेशल : हिटलर के इस ऑफर को मारा था ठोकर, मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न कब?
पर्सनल इनकम टैक्स की दरों में भी बदलाव हो सकता है
बताया जा रहा है कि डायरेक्ट टैक्स कोड पर बनी समिति ने पर्सनल इनकम टैक्स की दरों में भी बदलाव का सुझाव दिया है ताकि टैक्स चोरी पर भी लगाम कसी जा सके ।
पर्सनल इनकम टैक्स की दरों के मामले में समिति ने 5, 10 और 20 फीसदी के तीन स्लैब की सिफारिश की है, जबकि अभी 5, 20 और 30 प्रतिशत की दर से इनकम टैक्स वसूला जाता है ।
इतना हो सकता है टैक्स स्लैब
इस सिफारिश के मुताबिक 2.5 लाख तक कोई टैक्स नहीं जबकि 10 लाख तक सिर्फ 10% इनकम टैक्स की सिफारिश की गई है । इसके अनुसार 10 से 20 लाख सालाना कमाई तक 20% जबकि 20 से 2 करोड़ तक 30% इनकम टैक्स की सिफारिश की गई है । 2 करोड़ सालाना कमाई से ऊपर 35% इनकम टैक्स की सिफारिश की गई है ।
ये भी देखें : PM मोदी ने अपने ही मंत्रियों को इस वजह से लगायी फटकार
डायरेक्ट टैक्स में सुधार के लिए बनी टास्क फोर्स ने पिछले हफ्ते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को अपनी रिपोर्ट सौंपा था । टास्क फोर्स ने आम आदमी के लिए इनकम टैक्स की दरों और स्लैब में बड़े बदलाव की सिफारिश की है ।