Parliament Winter Session: PM मोदी ने नेताओ से की अपील कहा, ये कूटनीति इवेंट नहीं, चलने दें सदन
Parliament Winter Session: सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बात करते हुए नेताओं से सदन को चलने देने की अपील की है। सत्र में शांति बनाए रखने की अपील की।
Parliament Winter Session: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत पर कहा कि सभी दलों को मिलजुल कर संसद सत्र को प्रोडक्टिव बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सत्र स्थगित होने से युवा सांसदों को नुकसान होता है और वे बहुत कुछ नहीं सीख पाते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि इस बार शीतकालीन सत्र महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ऐसे समय में हो रहा है, जब भारत को जी20 की अध्यक्षता करने का अवसर मिला है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शीतकालीन सत्र का आज प्रथम दिन है, यह सत्र महत्वपूर्ण इसिलए है क्योंकि 15 अगस्त के पहले हम मिले थे, 15 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव पूरा हुआ और हम अमृत काल में आगे बढ़ रहे हैं. यह सिर्फ एक डिप्लोमेटिक इवेंट नहीं है, बल्कि भारत के सामर्थ्य को विश्व के सामने प्रस्तुत करने का समय है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं और जिस प्रकार से भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ाता जा रहा है ऐसे समय में जी20 की मेज़बानी भारत को मिलना एक बहुत बड़ा अवसर है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने विपक्ष को अवगत कराया है कि सदन में वही दिखेगा जो भारत के सामर्थ्य को आगे ले जाएगा. वर्तमान में भारत को आगे बढ़ाने वाले मसलों पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि संसद के इस सत्र का जो कार्यकाल का समय बचा है, उसमें जो पहली बार इस संसद में आये हैं, वे युवा सांसद चर्चाओं में ज्यादा से ज्यादा भाग लें. 'कईयों से मैं मिलता हूं तो उनमें से युवा सांसद कहते हैं कि सदन नहीं चल पाने की वजह से वेह बहुत कुछ नहीं सीख पाते हैं. सदन स्थगित होता है तो उन्होंने बोलने का मौका नहीं मिल पाता है. इस वजह से मैं आपसे अपील करता हूं कि आप सदन को चलने दें.'
युवा सांसदों को सीखने का अवसर दें
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सदन की कार्यवाही ठीक से न चल पाने के कारण युवा सांसदों को संसदीय प्रक्रियाओं के बारे में जानने का मौका नहीं मिल पाता। पिछले दिनों सभी दलों के सांसदों से मेरी मुलाकात हुई थी, जिसमें सभी ने एक स्वर में कहा था कि सदन के स्थगित हो जाने के कारण हम जो सीखना चाहते हैं, समझना चाहते हैं, उससे अछूत रह जाते हैं। इसलिए सदन का सुचारू रूप से चलना जरूरी है। पहली बार सदन में चुनकर आए युवा सांसदों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी है कि हम उन्हें अधिक अवसर दें। चर्चाओं में भागीदार बनाएं। देश के विकास में उनका योगदान लोकतंत्र के लिए जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने उपराष्ट्रपति का किया स्वागत
पीएम मोदी ने राज्यसभा में उपराष्ट्रपति सह सदन के सभापति जगदीप धनखड़ का स्वागत करते हुए कहा, सदन ऐसे समय में आपका स्वागत कर रहा है जब देश दो अवसरों का साक्षी बना है। कुछ दिनों पहले जी-20 की मेजबानी मिली है, साथ ही अमृतकाल की शुरूआत हुई है। इससे पहले सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, राष्ट्रपति ने भारत की आदिवासी परंपरा के गौरव को आगे बढ़ाया है। उसी तरह किसान पुत्र उपराष्ट्रपति देश का गौरव बढ़ाएंगे। उन्हें मेरी तरफ से शुभकामनाएं।
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 23 दिनों का होगा, जिसमें 17 बैठकें होंगी। इस मौके पर सरकार कुल 16 बिल पेश करेगी। सदन की कार्यवाही 29 दिसंबर को समाप्त होगी। महंगाई, बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों को लेकर सत्र के हंगामेदार होने के आसार जताए जा रहे हैं।