भारत जितना ही प्राचीन है खाद्य-कृषि पर हमारी अनुभव व मान्यताएं, ICE में बोले पीएम मोदी

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित हो रहे कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीएई) का उद्घाटन किया।

Newstrack :  Network
Update:2024-08-03 10:35 IST

PM Modi (सोशल मीडिया)  

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित हो रहे कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीएई) का उद्घाटन किया। विश्व भारत से आए कृषि अर्थशास्त्रियों को संबोधित करते हुए पीमएम मोदी ने कहा कि खाद्य और कृषि के बारे में हमारी परंपराएं और अनुभव हमारे देश जितना ही प्राचीन हैं। भारत की कृषि परंपरा में विज्ञान और तर्क को प्राथमिकता दी गई है। मुझे खुशी है कि 65 साल बाद भारत में इस तरह का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। आप सभी दुनिया के अलग-अलग देशों से यहां आए हैं।

'कृषि पराशर' ग्रंथ मानव इतिहास की धरोहर

पीएम मोदी ने कहा कि पिछली बार जब ICAE की Conference यहां हुई थी, तब भारत को उस समय नई-नई आजादी मिली थी। वह भारत की Food Security को लेकर भारत के एग्रीकल्चर को लेकर चुनौतियों से भरा समय था। आज भारत फूड सरप्लस देश बना गया है। आज भारत दूध, दाल और मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक है। हमारे पास औषधीय प्रभाव वाले भोजन का सेवन करने का आयुर्वेदिक विज्ञान है। ये पारंपरिक नॉलेज सिस्टम भारत के समाज जीवन का हिस्सा है। लगभग 2000 साल पहले 'कृषि पराशर' नामक एक ग्रंथ लिखा गया था, जो कि मानव इतिहास की धरोहर है।

एग्रीकल्चर हमारे इकोनॉमी पॉलिसी का केंद्र

उन्होंने कहा कि एक समय था जब भारत की खाद्य सुरक्षा दुनिया की चिंता का विषय था। और एक आज का समय है, जब भारत वैश्विक खाद्य सुरक्षा, वैश्विक पोषण सुरक्षा के समाधान विशेषज्ञ में है। एग्रीकल्चर हमारे इकोनॉमी पॉलिसी का केंद्र है। हमारे यहां करीब 90% परिवार ऐसे हैं, जिनके पास बहुत कम जमीन हैं, ये छोटे किसान ही भारत की Food Security की सबसे बड़ी ताकत हैं। यही स्थिति एशिया के कई विकासशील देशों में है, इसलिए भारत का कई देशों में काम आ सकता है। उन्होंने कहा क भारत के अलग-अलग सुपर फूड ग्लोबल न्यूट्रिशन की समस्या को समाप्त करने में एक अहम भूमिका निभा सकते हैं। भारत अपने सुपर फूड की इस बास्केट को दुनिया के साथ साझा करना चाहता है।

भारत में है किसान की प्रतिमा

प्रधानंमत्री ने वैश्विक कृषि अर्थशास्त्रियों भारत Millets का दुनिया का सबसे बड़ा Producer है, जिन्हें दुनिया Superfood कहती है और उसे हमने श्रीअन्न की पहचान दी है। यह सुपर फूड न्यूनतम जल, अधिकतम उत्पादन के सिद्धांत पर चलते हैं। मुझे पता नहीं है कि दुनिया में कहीं किसी किसान की कोई प्रतिमा हो। लेकिन भारत में आजादी के आंदोलन में जिस महापुरुष ने किसान शक्ति को जागृत किया, किसानों को आजादी के आंदोलन से जोड़ा, उस किसान नेता सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा भारत में है।

कृषि प्रधान और पशु प्रेमी देश में आप स्वागत है

पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि 65 साल बाद भारत में ऐसा सम्मेलन आयोजित हो रहा है। आप सभी दुनिया के अलग-अलग देशों से यहां आए हैं। मैं भारत के 120 मिलियन किसानों, भारत की 30 मिलियन से अधिक महिला किसानों, देश के 30 मिलियन मछुआरों की ओर से आपका स्वागत करता हूं। आज आप ऐसे देश में हैं, जहां 550 मिलियन पशु रहते हैं। इस कृषि प्रधान और पशु प्रेमी देश में आप सभी का स्वागत है।

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