मन की बात में बोले PM: चुनौतियों से लिया सबक, इस साल देश के लिए लें रिजोल्युशन

मन की बात कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हर साल आप नए साल में संकल्प लेते हैं। इस बार देश के लिए भी एक New Year Resolution लीजिये।

Update:2020-12-27 11:03 IST
प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम की यह 68वां भाग है। इस कार्यक्रम के माध्यम से पीएम मोदी लोगों के साथ संवाद करते हैं और अपने विचार शेयर करते हैं।

नई दिल्ली: सीएए कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ शुरू हुए साल 2020 का अंत कोरोना वायरस से लड़ते लड़ते आखिर में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन तक चला। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों का हर तरह से मनोबल बढ़ाया। केंद्र द्वारा लागू कानूनों के फायदे को समझाया। वहीं साल 2020 के आखिरी रविवार यानी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

-पीएम मोदी ने कहा, '4 दिन बाद ही 2021 की शुरुआत होने जा रही है। यह 2020 की अंतिम मन की बात है।'

-पीएम में पढ़ी देशवासियों की चिट्ठी:

नरेंद्र मोदी को कई लोगों ने सन्देश भेजे, जिसमे एक अंजलि नाम की महिला ने कहा कि नए साल में इस बार देश को बधाई देनी चाहिए। पीएम ने कहा कि ज्यादातर आई चिट्ठियों में एक बात सामान्य रही। लोगों ने देश के सामर्थ्य की बात कही।

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-अधिकतर पत्रों में लोगों ने देश के सामर्थ्य, देशवासियों की सामूहिक शक्ति की भरपूर प्रशंसा की है। जब जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव प्रयोग, पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बना, जब ताली-थाली बजाकर देश ने हमारे कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया था, एकजुटता दिखाई थी उसे भी कई लोगों ने याद किया है।

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लोगों ने अपने अनुभव साझा किए हैं। देश में अब भारत के बने खिलौने बिक रहे हैं। विदेशी उत्‍पादों के विकल्‍प देश में उपलब्‍ध हैं। मैं देशवासियों से आग्रह करता हूं कि वह दैनिक उपयोग की चीजों को देखें, समझें और पता करें कि वे किन विदेशी उत्‍पादों का प्रयोग कर रहे हैं. उनके बदले में देश में बनी चीजों को इस्‍तेमाल करें।

पीएम बोले- नए साल में इस बार देश के लिए लें रेसोलुशन

साथियो, हमें #Vocal4Local की भावना को बनाये रखना है, बचाए रखना है, और बढ़ाते ही रहना है । आप हर साल new year resolutions लेते हैं, इस बार एक resolution अपने देश के लिए भी जरुर लेना है।

हमारे देश में आतताइयों से, अत्याचारियों से, देश की हजारों साल पुरानी संस्कृति, सभ्यता, हमारे रीति-रिवाज को बचाने के लिए, कितने बड़े बलिदान दिए गए हैं, आज उन्हें याद करने का भी दिन है।



लेकिन, हमारे साहिबजादों ने इतनी कम उम्र में भी गजब का साहस दिखाया, इच्छाशक्ति दिखाई।दीवार में चुने जाते समय, पत्थर लगते रहे, दीवार ऊँची होती रही, मौत सामने मंडरा रही थी, लेकिन, फिर भी वो टस-से-मस नहीं हुए।

तेंदुए और शेरों पर की पीएम मोदी ने बात:

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के अंदर शेरों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि तेंदुओं की संख्या भी 60 फीसदी बढ़ी है। 2014 में देश में तेदुओं की संख्या लगभग 7,900 थी, वहीं 2019 में इनकी संख्या बढ़कर 12,852 हो गयी. भारतीय वनक्षेत्र में भी बढ़ावा हुआ है। तेंदुए की सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में, मध्यप्रदेश, कर्नाटका और महाराष्ट्र सबसे ऊपर हैं. यह एक बड़ी उपलब्धि है।

कश्मीर की केसर का जिक्र:

पीएम मोदी ने कश्मीर में केसर के खेतों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये सदियों से कश्मीर से जुड़ा है। कश्मीरी केसर मुख्य रूप से पुलवामा, बडगाम और किश्तवाड़ जैसी जगहों पर उगाया जाता है। इसी साल मई में कश्मीरी केसर को जीआई टैग दिया गया है। जिसके बाद दुबई के एक सुपर मार्किट में इसे लॉन्च किया गया। हम कश्मीरी केसर को एक ग्लोबली पॉपुलर ब्रांड बनाना चाहते हैं। उन्होने सलाह दी कि अगली बार जब आप केसर को खरीदने का मन बनायें, तो कश्मीर का ही केसर खरीदने की सोचें।

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