PM Modi Podcast:अमेरिकी वीजा रद्द होना जीवन का सबसे खराब पल , पीएम मोदी ने किया खुलासा, खोले राज
PM Modi Podcast: PM ने निखिल कामथ के पॉडकास्ट में 2005 में अमेरिका द्वारा वीजा रद्द किए जाने को अपनी जिंदगी का सबसे कठिन पल बताया, इसे खुद और भारत का अपमान बताया।;
PM Modi in podcast of Zerodha co-founder Nikhil Kamath (Photo: X/@BJP4India)
PM Modi Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जेरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर निखिल कामथ के पॉडकास्ट में अपनी जिंदगी के सबसे कठिन और कष्टदायक अनुभव का जिक्र किया। यह अनुभव 2005 का था, जब अमेरिका ने उन्हें वीजा देने से इनकार कर दिया था। मोदी ने इसे न केवल व्यक्तिगत, बल्कि एक लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार और पूरे देश का अपमान बताया।
झूठ के आधार पर वीजा कैंसिल
पीएम मोदी ने कहा, “जब अमेरिका ने मेरा वीजा रद्द किया, तो मुझे व्यक्तिगत रूप से नहीं, बल्कि एक मुख्यमंत्री और लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रतिनिधि के रूप में अपमान महसूस हुआ। यह फैसला कुछ लोगों द्वारा फैलाए गए झूठ पर आधारित था, जो लोकतंत्र के प्रति असम्मानजनक था। इसने मुझे बेहद परेशान किया।”
उन्होंने आगे कहा, “उस वक्त मैंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संकल्प लिया था कि एक दिन ऐसा आएगा, जब लोग भारतीय वीजा के लिए कतार में खड़े होंगे। मैं भविष्य की सोच के साथ काम करता हूं, और आज जब मैं दुनिया में भारत की बदलती छवि देखता हूं, तो मुझे गर्व महसूस होता है।”
गोधरा कांड के बाद वीजा विवाद
फरवरी 2002 में गोधरा कांड और उसके बाद गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों के चलते नरेंद्र मोदी पर सांप्रदायिक हिंसा को रोकने में असफल रहने के आरोप लगे। अमेरिका ने इन्हीं आरोपों के आधार पर 2005 में मोदी को वीजा देने से इनकार कर दिया। यह फैसला मोदी के लिए व्यक्तिगत से ज्यादा राजनीतिक और राष्ट्रीय अस्मिता का मुद्दा था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हुई जांच में मोदी को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया।
आज समय भारत का है
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट में बताया, “2005 में मैंने महसूस किया कि भारत का समय आएगा। आज, 2025 में हम वह दौर देख रहे हैं। जब मैं विदेशों में जाता हूं, तो वहां भारत के प्रति सम्मान और आकर्षण देखता हूं। दुनिया भारत में कारोबार और अवसर तलाश रही है। यह बदलाव मेरे लिए सबसे बड़ी संतुष्टि है।”
अमेरिका का रुख बदलना
2014 में जब नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने, तो अमेरिका ने वीजा विवाद को खत्म करते हुए उन्हें न केवल वीजा दिया, बल्कि पूरी गर्मजोशी से स्वागत किया। यह घटना भारत की वैश्विक ताकत और बदली हुई स्थिति का प्रतीक बनी। नरेंद्र मोदी ने कहा,, “अमेरिका का वीजा रद्द करना मेरे लिए चुनौती थी, लेकिन मैंने इसे भारत को मजबूत बनाने के एक मौके के रूप में लिया। आज, भारत की ओर दुनिया का झुकाव मेरे उस संकल्प की पुष्टि करता है।”