Gujarat: पीएम मोदी ने सेंटर-स्टेट साइंस कॉन्क्लेव का किया उद्घाटन, कहा देश के विकास में विज्ञान एक ऊजा की तरह
Gujarat News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के अहमदाबाद स्थित साइंस सिटी में आयोजित दो दिवसीय सेंटर - स्टेट साइंस कॉन्क्लेव का वर्चुअली उद्घाटन किया।
PM Modi in Gujarat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के अहमदाबाद स्थित साइंस सिटी में आयोजित दो दिवसीय सेंटर - स्टेट साइंस कॉन्क्लेव का वर्चुअली उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, देश के विकास में विज्ञान एक ऊर्जा की तरह है। भारत में आज नए – नए इनोवेशन हो रहे हैं। दुनिया में भारत आज चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की दिशा में बढ़ रहा है। इसमें देश के विज्ञान क्षेत्र से जुड़े लोगों की बड़ी भूमिका है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि 21वीं सदी के भारत के विकास में विज्ञान एक एनर्जी की तरह है, जिसमें हर क्षेत्र और हर राज्य के विकास को गति देने का सामर्थ्य है। उन्होंने कहा कि जब हम अपने वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को सेलिब्रेट करते हैं तो विज्ञान हमारे समाज का हिस्सा बन जाती है, वो पार्ट ऑफ कल्चर बन जाती है। इसलिए आज मेरा सबसे पहला आग्रह यही है कि हम अपने देश के वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को जमकर सेलिब्रेट करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर इस साल लाल किले की प्रचीर से 15 अगस्त को जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान का नया नारा बुलंद किया था। प्रधानमंत्री ने इसका जिक्र आज एकबार फिर करते हुए कहा कि समाधान, विकास और नवाचार का आधार साइंस ही है। इसी प्रेरणा से आज का नया भारत, जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के साथ ही जय अनुसंधान का आह्वान करते हुए आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने देश के महान वैज्ञानिकों का जिक्र करते हुए कहा कि पश्चिम में आइंस्टीन, फर्मी, मैक्स प्लांक, नील्स बोर, टेस्ला जैसे वैज्ञानिक अपने प्रयोगों से दुनिया को चौंका रहे थे, उसी दौर में सी वी रमन, जगदीशचंद्र बोस, सत्येंद्रनाथ बोस, मेघनाद साहा, एस चंद्रशेखर समेत कई वैज्ञानिक अपनी नई – नई खोज सामने ला रहे थे।
इस कॉन्क्लेव में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह पटेल, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह, राज्य के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री के साथ – साथ राज्यों – केंद्र शासित प्रदेशों के सचिव, उद्योग जगत के दिग्गज, उद्यमी, गैर – सामाजिक संगठन, साइंटिस्ट और छात्र शामिल हुए हैं। साथ ही देशभर के 100 से अधिक स्टार्ट अप्स के सीईओ ने भी हिस्सा लिया है।
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह का कहना है कि इस कार्यक्रम का मकसद केंद्र और राज्य के बीच समन्वय बनाना है, जिससे देश में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और इनोवेशन के एक सशक्त इको सिस्टम का निर्माण हो।