Mann Ki Baat: पूरी दुनिया में Paris Olympics छाया हुआ है... मन की बात में बोले PM मोदी

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' का आज प्रसारण हुआ। मन की बात का यह 112वां एपिसोड था।

Newstrack :  Network
Update:2024-07-28 11:01 IST

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का आज यानी रविवार (28 जुलाई) को 112 वां एपिसोड था। पीएम मोदी ने आज रेडियो के जरिए 112वीं बार देश और दुनिया के लोगों के साथ संवाद किया। पीएम हर महीने के आखिरी रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश दुनिया के लोगों से संवाद करते हैं। आइए जानते हैं पीएम मोदी ने मन की बात आज किन-किन बड़ी बातों का जिक्र किया है। 

पूरी दुनिया में Paris Olympics छाया हुआ, बोले पीएम मोदी 

पीएम मोदी ने मन की बात को संबोधित करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में पेरिस ओलंपिक छाया हुआ है। ओलंपिक, हमारे खिलाड़ियों को विश्व पटल पर तिरंगा लहराने का मौका देता है, देश के लिए कुछ कर गुजरने का मौका देता है। आप भी अपने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाइए। पीएम ने कहा कुछ दिन पहले मैथ की दुनिया में भी एक Olympic हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय गणित ओलंपियाड। इस ओलंपियाड में भारत के छात्रों ने बहुत शानदार प्रदर्शन किया है। इसमें हमारी टीम ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए चार गोल्ड मेडल और एक सिल्वर मेडल जीता है। 

पीएम मोदी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गणित ओलंपियाड में 100 से ज्यादा देशों के युवा हिस्सा लेते हैं और हमारी टीम टॉप फाइव में आने में सफल रही है। देश का नाम रोशन करने वाले इन छात्रों के नाम हैं - पुणे के रहने वाले आदित्य वेंकट गणेश, पुणे के ही सिद्धार्थ चोपरा, दिल्ली के अर्जुन गुप्ता, ग्रेटर नोएडा के कनव तलवार, मुंबई के रुशील माथुर और गुवाहाटी के आनंदो भादुरी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि क्या आपने चराईदेउ मैदाम का नाम सुना है? अगर नहीं सुना, तो अब आप ये नाम बार-बार सुनेंगे, और बड़े उत्साह से दूसरों को बताएंगे। असम के चराईदेउ मैदाम को यूनेस्को वैश्विक धरोहर स्थल में शामिल किया जा रहा है। इस लिस्ट में यह भारत की 43वीं, लेकिन उत्तर पूर्व की पहली साइट होगी। पीएम ने कहा आपके मन में ये सवाल जरूर आ रहा होगा कि चराईदेउ मैदाम आखिर है क्या, और ये इतना खास क्यों है। चराईदेउ का मतलब है पहाड़ी पर एक चमकता शहर। ये अहोम राजवंश की पहली राजधानी थी। अहोम राजवंश के लोग अपने पूर्वजों के शव और उनकी कीमती चीजों को पारंपरिक रूप से मैदाम में रखते थे। 

पीएम मोदी ने कहा कि मैदाम, टीले नुमा एक ढांचा होता है, जो ऊपर मिट्टी से ढका होता है, और नीचे एक या उससे ज्यादा कमरे होते हैं। ये मैदाम, अहोम साम्राज्य के दिवंगत राजाओं और गणमान्य लोगों के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान प्रकट करने का ये तरीका बहुत यूनिक है। इस जगह पर सामुदायिक पूजा भी होती थी। अहोम साम्राज्य के बारे में दूसरी जानकारियां आपको और हैरान करेंगी। 13वीं शताब्दी के शुरू होकर ये साम्राज्य 19वीं शताब्दी की शुरुआत तक चला। इतने लंबे कालखंड तक एक साम्राज्य का बने रहना बहुत बड़ी बात है। शायद अहोम साम्राज्य के सिद्धांत और विश्वास इतने मजबूत थे, कि उसने इस राजवंश को इतने समय तक कायम रखा।

लसित बोरफुकन की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने मन की बात में आगे कहा कि इसी वर्ष 9 मार्च को मुझे अदम्य साहस और शौर्य के प्रतीक, महान अहोम योद्धा लसित बोरफुकन की सबसे ऊंची प्रतिमा के अनावरण का सौभाग्य मिला था। इस कार्यक्रम के दौरान, अहोम समुदाय आध्यात्मिक परंपरा का पालन करते हुए मुझे अलग ही अनुभव हुआ था। लसित मैदाम में अहोम समुदाय के पूर्वजों को सम्मान देने का सौभाग्य मिलना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।

पीएम मोदी ने संस्कृति प्रेमियों से की ये खास अपील

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, साथियों, अपनी संस्कृति पर गौरव करते हुए ही कोई देश आगे बढ़ सकता है। भारत में भी इस तरह के बहुत सारे प्रयास हो रहे हैं। ऐसा ही एक प्रयास है  प्रोजक्ट PARI, मैं कला और संस्कृति प्रेमियों से आग्रह करूंगा कि वे भी Public Art पर और काम करें। ये हमें अपनी जड़ों पर गर्व करने की सुखद अनुभूति देगा।

7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाएंगे

पीएम मोदी ने मन की बात में आगे कहा कि  7 अगस्त को हम राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाएंगे। आजकल, जिस तरह हथकरघा उत्पादों ने लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है, वो वाकई बहुत सफल है, जबरदस्त है। अब तो कई निजी कंपनियां भी AI के माध्यम से हथकरघा उत्पाद को बढ़ावा दे रही हैं।

रणथंभौर से शुरू हुआ 'कुल्हाड़ी बंद पंचायत'

पीएम मोदी ने कहा कि जन-भागीदारी का ऐसा ही एक प्रयास है कुल्हाड़ी बंद पंचायत। राजस्थान के रणथंभौर से शुरू हुआ "कुल्हाड़ी बंद पंचायत” अभियान बहुत दिलचस्प है। स्थानीय समुदायों ने स्वयं इस बात की शपथ ली है कि जंगल में कुल्हाड़ी के साथ नहीं जाएंगे और पेड़ नहीं काटेंगे। इस एक फैसले से यहाँ के जंगल, एक बार फिर से हरे-भरे हो रहे हैं, और बाघों के लिए बेहतर वातावरण तैयार हो रहा है।

'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान का पीएम मोदी ने किया जिक्र

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 'मन की बात' कार्यक्रम में आपसे 'एक पेड़ माँ के नाम' कार्यक्रम की चर्चा की थी। मुझे खुशी है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले स्वच्छता के लिए प्रसिद्ध, इंदौर में, एक शानदार कार्यक्रम हुआ। यहाँ 'एक पेड़ माँ के नाम' कार्यक्रम के दौरान एक ही दिन में 2 लाख से ज्यादा पौधे लगाए गए।

'हर घर तिरंगा अभियान' एक फेस्टिवल बन चुका है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षों से तो पूरे देश में 'हर घर तिरंगा अभियान' के लिए सबका जोश हाई रहता है। गरीब हो, अमीर हो, छोटा घर हो, बड़ा घर हो, हर कोई तिरंगा लहराकर गर्व का अनुभव करता है। तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का क्रेज भी दिखता है। आपने गौर किया होगा, जब कॉलोनी या सोसाइटी के एक-एक घर पर तिरंगा लहराता है, तो देखते ही देखते दूसरे घरों पर भी तिरंगा दिखने लगता है। यानी 'हर घर तिरंगा अभियान' तिरंगे की शान में एक फेस्टिवल बन चुका है।  पीएम मोदी ने आगे कहा कि 15 अगस्त आते-आते, घर में, दफ्तर में, कार में, तिरंगा लगाने के लिए तरह-तरह के  उत्पाद दिखने लगते है। कुछ लोग तो 'तिरंगा' अपने दोस्तों, पड़ोसियों को बांटते भी है। तिरंगे को लेकर ये उल्लास, ये उमंग हमें एक दूसरे से जोड़ती है।   

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