PM Modi Germany And UAE Visit: 26-28 जून जर्मनी व UAE दौरे पर रहेंगे PM मोदी, G7 बैठक में लेंगे भाग
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 जून से 28 जून के बीच जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर रहेंगे। पीएम मोदी का यह दो देशों का दौरा कुल तीन दिन के लिए निर्धारित हुआ है।
PM Modi Germany and UAE visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जून 2022 के अंत में। जर्मनी (Germany) और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दौरे पर रहेंगे। पीएम मोदी (PM Modi) का यह दो देशों का दौरा कुल तीन दिन के लिए निर्धारित हुआ है, जो कि 26 जून से 28 जून के बीच होगा। इस दौरान पीएम मोदी सर्वप्रथम जर्मनी (Germany) के दौरे पर G7 बैठक (G7 Summit) में शामिल होने और तत्पश्चात दौरे के अंतिम रूप में जर्मनी से ही यूएई के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां वह यूएई के पूर्व राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान (Sheikh Khalifa bin Zayed Al Nahyan) के निधन पर अपनी व्यक्तिगत संवेदना व्यक्त करेंगे।
जर्मनी में G7 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे पीएम नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री के दौरे की आधिकारिक जानकारी आज बुधवार को पीएमओ की ओर से जारी बयान में सार्वजनिक की गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक जर्मनी में G7 शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी आयोजित दो सत्रों में अपनी बात सबके सामने रखेंगे; जिसमें पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे जरूरी विषय शामिल हैं।
जर्मनी में आयोजित G7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) के बाद पीएम मोदी अगले दिन संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के लिए रवाना होंगे जहां वह यूएई के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान (Sheikh Khalifa bin Zayed Al Nahyan) के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने के साथ ही संयुक्त अरब अमीरात के नए राष्ट्रपति और अबू धाबी के नए शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को मुबारकबाद देंगे। 28 जून की सुबह यूएई पहुंचने के बाद अपने निर्धारित कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद पीएम मोदी 28 जून की रात को ही भारत के लिए वापसी करेंगे।
दोनों देंशों के साथ व्यापार संधि मज़बूत करने को लेकर प्रयास
इस दौरान दोनों देशों के दौरे पर रहते हुए पीएम मोदी का प्रमुख लक्ष्य आपसी रिश्तों को बेहतर बनाने के साथ ही कई आवश्यक मुद्दों पर चर्चा करना है। साथ ही इस दौरे पर दोनों देंशों के साथ व्यापार संधि मज़बूत करने को लेकर भी प्रयास किया जाएगा।